लखनऊ: प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि जिन सहकारी समितियों की प्रगति खराब है। वह सहकारी समितियां अपनी प्रगति में सुधार हेतु सभी आवश्यक व्यवसाय करते हुए सुधार लाएं। सहकारी समितियां अपना-अपना व्यवसाय बढ़ाते हुए लाभ की ओर अग्रसर हो, इस पर सभी सहकारी समितियां पूरी मेहनत एवं ईमानदारी से कार्य कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियां सदस्यता में वृद्धि की प्रगति करना सुनिश्चित करें। जिला सहकारी बैंकों द्वारा ऋण वितरण एवं ऋण वसूली का कार्य भी गंभीरता से लेते हुए करें, इसमें किसी प्रकार की ढिलाई नहीं की जाए।
यह निर्देश सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा आज यहां पी0सी0यू0 सभागार सहकारिता भवन लखनऊ मंे लखनऊ एवं फैजाबाद मण्डल की समीक्षा बैठक के दौरान दिए है। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियांे का विकास और उनकी गतिशीलता सहकारी नीतियांे तथा उनमें व्यवहार पर निर्भर करती है। अधिकतर राज्यों में सहकारी समितियां अपने लोकतांत्रिक स्वरुप से कार्य कर रही है। ऐसी स्थित में सहकारी आन्दोलन, एक जुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है। उत्पादन, विपणन और उपभोक्ता सहकारियों में समन्वय होना चाहिए ताकि सभी वर्गों को उनका लाभ मिल सके।
श्री वर्मा ने कहा कि आगामी एक अक्टूबर, 2018 से धान की खरीद प्रारम्भ की जाएगी इसको ध्यान में रखते हुए धान क्रय केन्द्रों पर सभी आवश्यक सामग्री निर्धारित समय से पूर्व तैयारी पूर्ण की जाए। इसमें किसी प्रकार के ढिलाई नहीं की जाए, यदि कहीं कोई भी ढिलाई पाई जाएगी तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि आगामी धान खरीद केन्द्रों के प्रारम्भ होने पर किसानों को क्रय केन्द्रों पर बैठने, पेयजल, सहित आदि सभी व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान रखा जाए तथा किसानों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हाने पाए।