लखनऊ: एक जनपद-एक उत्पाद (ओ0डी0ओ0पी0) योजना के तहत जनपद के चयनित उत्पाद का बेसलाईन सर्वें एवं उत्पाद इको सिस्टम की डायग्नोस्टिक स्टडी के आधार पर कराने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश के सभी जनपदों को 16 क्लस्टर गु्रप में बांटते हुए कन्सेल्टेंट के माध्यम से इसका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जायेगा। योजना के संचालन हेतु 14 क्लस्टर गु्रप में कन्सेल्टेंट का चयन किया जा चुका है और शेष 02 के चयन की प्रक्रिया जारी है।
यह जानकारी प्रमुख सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि जनपद स्तर पर क्लस्टरों एवं उत्पादों के बेसलाईन सर्वे एवं इको सिस्टम की डायग्नोस्टिक स्टडी से प्राप्त निष्कर्षों के आधार पर कन्सेल्टेंट के माध्यम से डी0पी0आर0 तैयार करायी जायेगी। उन्होंने बताया कि डी0पी0आर0 बनाने के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सेल्टंेट का चयन का कार्य पूर्ण किया जा चुका है।
डा0 सहगल ने बताया कि कन्सेल्टेंट द्वारा तैयार किये गये डी0पी0आर0 के अनुसार प्रस्तावित क्रिया-कलापों यथा सामूहिक कार्यस्थल या वर्कशाॅप, सामूहिक उत्पादन, प्रसंस्करण केन्द्र, टेस्टिंग लैब, डिजाईन स्टूडियो, ट्रेनिंग संेटर आदि से संबंधित क्रिया कलापों के लिए सामान्य सुविधा केन्द्र (सी0एफ0सी0) की स्थापना कराई जायेगी। उन्होंने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में 10 सी0एफ0सी0 की स्थापना का कार्य प्रस्तावित है। इसके लिए 2500 लाख्ेेेा रुपये का प्राविधान भी किया जा चुका है।