देहरादून: गुप्तकाशी जनपद रूद्रप्रयाग के डा0 जैक्सविन नेशनल स्कूल में उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र ;यूसर्कद्ध देहरादून द्वारा राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद् डी0 एस0 टी0 के उत्प्ररेण एवं सहयोग से ‘‘गैर पारम्परिक ऊर्जा स्रोतों द्वारा उत्तराखण्ड का सतत् विकास’’ विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ किया गया। जिसमें जनपद चमोली व रूद्रप्रयाग के 07 विद्यालयों के 70 से अधिक छात्र-छात्राओं एवं अध्यापकों ने प्रतिभाग किया।
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में कार्यक्रम के समन्वयक एवं यूसर्क के वैज्ञानिक डा0 ओम प्रकाश नौटियाल ने गैर-पारम्परिक एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के विकास की आवश्यकता एवं सम्भावनाओं पर चर्चा करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा एवं उद्देश्य पर प्रकाश डाला।
डा0 जैक्सविन नेशनल स्कूल के संस्थापक लखपत राणा ने यूसर्क द्वारा आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रम को गुप्तकाशी जैसे दूर-दराज क्षेत्र में किये जाने को क्षेत्र के लिए वरदान बताता। यूसर्क के युवा वैाानिक डा0 राजेन्द्र सिंह राणा ने यूसर्क द्वारा प्रदेश के दूरस्थ स्थानों तक पहुंचाये जा रहे विभिनन कार्यक्रमों एवं योजनाओं की चर्चा की। भारत ज्ञान-विज्ञान समिति के प्रदेश महासचिव एवं पूर्व प्रधानाचार्य श्री सोहन सिंह रावत ने ऊर्जा संरक्षण को विज्ञान के विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से समझाते हुए ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों की आवश्यकताओं पर जोर किदया। डा0 जैक्सविन नेशनल स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती सुनीता ने यूसर्क सहित समस्त उपस्थित प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।
कार्यशाला के तकनीकी सत्र के प्रािम व्याख्यान में प्रसिद्ध भौतिक शास्त्री प्रो0 जी0 सी0 जोशी ने विभिन्न प्रकाशीय घटनाओं की रोचक रूप से वैज्ञानिक व्याख्या करते हुए सौर ऊर्जा, उसके सिद्धान्तों एवं उपयोगों को विस्तार पूर्वक प्रतिभागियों को समणया।
तकनीकी सत्र के द्वितीय व्याख्यान के रूप में आई0आई0पी0 देहरादून वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 एस0के0 खन्ना ने पैट्रोलियम पदार्थौं से सम्बन्धित विभिन्न जानकारियों को छात्रों के सम्मुख रखते हुए जैट्रोफा तथा अन्य पदार्थों से वैकल्पिक रूप से ऊर्जा के उत्पादन की तकनिकीयों से प्रतिभागियों को अवगत करवाया।
डा0 ओम प्रकाश नौटियाल, वैज्ञानिक यूसर्क ने व्याख्यान सत्र में भूतापीय ऊर्जा, पवन ऊर्जा तथा बायोमास ऊर्जा सम्बन्धी विभिन्न सिद्धान्तों एवं प्रक्रियाओं को बड़े सरल ढ़ंग से छात्रों के सम्मुख रख। सत्र के अन्तिम व्याख्यान के रूप में यूसर्क के युवा वैज्ञानिक डा0 राजेन्द्र सिंह राणा ने जलीय ऊर्जा से सम्बन्धित विभिन्न नियमों एवं अनुप्रयोगों पर चर्चा की।
इस कार्यशाला में गोपेश्वर जनपद चमोली के पीस पब्लिक स्कूल, ऊखीमठ के रस्वती विद्यामंदिर स्कूल, जवाहर नवोदय विद्यालय जागधार रूद्रप्रयाग, जी0आई0सी0 गुप्तकाशी, नवदीप चिल्ड्रन एकेडमी गुप्तकाशी के साथ-साथ डा0 जैक्सविन नेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
इस कार्यशाला में प्रो0 जी0ी0 जोशी, डा0 एस0 के0 खन्ना, डा0 सोहन सिंह रावत, डा0 ओम प्रकाश नौटियाल, डा0 राजेन्द्र िसंह राणा, सुनिता देवी, अखलेश राण, लखपत राणा, ज्योति असवाल, हेमंती सजवाण, अरूण ढोंडियाल, महेश चन्द्र, सत्येन्द्र परमार, पंकज पंवार, सुरजीत गोस्वामी, राजेन्द्र सिंह, सौरब डिमरी, अजित पाल सिंह इत्यादि सहित सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।