नई दिल्ली: केन्द्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज से शुरू वार्षिक अमरनाथ यात्रा के सुचारू और शांतिपूर्ण संचालन के लिए राज्य सरकार और श्री अमरनाथजी श्राईन बोर्ड द्वारा लागू किए गए सुरक्षा और अन्य उपायों के बारे में संतोष व्यक्त किया है। श्री राजनाथ सिंह ने सुरक्षा की स्थिति का जायजा लेने के लिए आज सुबह पवित्र गुफा श्राईन का दौरा किया और यात्रा के सुचारू संचालन सम्बन्धी प्रबंधों का भी निरीक्षण किया।
उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रा पर गए तीर्थयात्रियों से मिलकर वे संतुष्ट हुए हैं क्योंकि तीर्थयात्रियों ने उनके लिए किए गए जोरदार प्रबंधों और सुविधा सम्बन्धी उपायों पर प्रसन्नता व्यक्त की है। श्री राजनाथ सिंह ने पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना की और शिवलिंगम के दर्शन किए।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने अमरनाथ यात्रा को सुरक्षित, संरक्षित और पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार को सभी सहायता और प्रोत्साहन देने के बारे में अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए किए गए विशेष उपायों को लेकर उन्होंने राज्य सरकार की सराहना की।
केन्द्रीय गृहमंत्री ने श्रीनगर में राजभवन में राज्यपाल श्री एन.एन.वोहरा से भी मुलाकात की और बाहरी तथा आंतरिक सुरक्षा से सम्बन्धित मुद्दों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। उन्होंने बाढ़ पीडित लोगों के लिए राहत और पुनर्वास से सम्बन्धित मुद्दों और अमरनाथ यात्रा से जुड़े उपायों के बारे में भी चर्चा की।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री राजनाथ सिंह ने सितम्बर 2014 में आई बाढ़ से पीडि़त लोगों के लिए सभी सहायता और समर्थन देने के लिए केन्द्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जम्मू-कश्मीर को पूर्णत: पुनर्वासित और समृद्ध राज्य के रूप में देखने के लिए काफी इच्छुक हैं।
केन्द्रीय गृहमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार सभी शिकायतों और मुद्दों को सुनने के लिए तैयार है, हालांकि उन्होंने हिंसा और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों को सिरे से खारिज किया। श्री राजनाथ सिंह ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में कुल मिलाकर सुरक्षा की स्थिति में सुधार होगा जिससे वहां सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (एएफएसपीए) की कोई आवश्यकता नहीं होगी।
श्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान की ओर से सकारात्मक रवैये की उम्मीद करते हुए कहा कि भारत पाकिस्तान और अन्य पड़ोसी देशों के साथ सौहार्द्र और मैत्रीपूर्ण सम्बन्धों के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि फिलहाल कश्मीर में अलगाववादी हुर्रियत कांफ्रेंस के साथ बातचीत का कोई प्रस्ताव नहीं है।
दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले श्री राजनाथ सिंह ने दरगाह हजरतबल श्राईन का दौरा किया और राज्य में शांति तथा समृद्धि के लिए प्रार्थना की।