ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन, टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल में निवेश करने पर विचार कर रही है। न्यूज़ एजेंसी पीटीआई ने यह जानकारी सूत्रों के हवाले से दी है। अमेजन कितना निवेश करेगी यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन एक रिपोर्ट के मुताबिक यह रकम दो अरब डॉलर यानी लगभग 15,000 करोड़ रुपये हो सकती है। सूत्रों के अनुसार अमेजन, एयरटेल में इक्विटी हिस्सेदारी ले सकती है हालांकि अभी बातचीत शुरुआती चरण में है।
इस बारे में पूछने पर भारती एयरटेल के प्रवक्ता ने कहा, “हम सभी डिजिटल और ओटीटी प्लेयर के साथ नियमित रूप से काम करते रहते हैं, ताकि उनके प्रोडक्ट, कंटेंट और सर्विसेस को हम अपने ग्राहकों तक पहुंचा सकें। इसके अलावा अभी और किसी गतिविधि की जानकारी नहीं दी जा सकती है।” अमेजन इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि भविष्य में कंपनी क्या कर सकती है और क्या नहीं, इस पर वह कोई टिप्पणी नहीं करेगी।
भारतीय टेलीकॉम कंपनियों में विदेशी कंपनियों की रुचि
एयरटेल में अमेजन के संभावित निवेश की खबर ऐसे समय आई है जब भारतीय टेलीकॉम कंपनियां वैश्विक निवेशकों और टेक्नोलॉजी कंपनियों को लुभा रही हैं। हाल के दिनों में रिलायंस इंडस्ट्रीज की डिजिटल इकाई जियो प्लेटफार्म ने फेसबुक, केकेआर, सिल्वर लेक पार्टनर्स, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स और जनरल अटलांटिक से अरबों डॉलर का निवेश हासिल किया है।
इंडस्ट्री के एक विश्लेषक ने बताया कि आने वाले दिनों में भारतीय टेलीकॉम कंपनियों में इस तरह के और निवेश देखने को मिलेंगे क्योंकि ग्लोबल टेक्नोलॉजी कंपनियां भारतीय बाजार में हिस्सेदारी चाहती हैं। भारत में 57.4 करोड़ इंटरनेट यूजर हैं और इस लिहाज से भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर है।
पिछले हफ्ते खबर आई थी कि गूगल, वोडाफोन-आइडिया में 5 फ़ीसदी हिस्सेदारी खरीद सकती है। हालांकि इसके बाद वोडाफोन आइडिया ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि वह विभिन्न अवसरों का निरंतर मूल्यांकन करती रहती है और अभी कंपनी के बोर्ड के सामने ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है।
अमेजन को फ्लिपकार्ट और जियो मार्च से मुकाबले में होगी आसानी
26 मई को एयरटेल की प्रमोटर कंपनी भारती टेलीकॉम ने सेकेंडरी मार्केट में 2.75 फ़ीसदी हिस्सेदारी बेचकर 8433 करोड़ रुपये जुटाए थे। इस रकम का इस्तेमाल भारती टेलीकॉम के कर्ज चुकाने में क्या जाएगा। अमेरिकी मूल की कंपनी अमेजन ने भारत में अपने ई-कॉमर्स ऑपरेशन में अरबों डालर का निवेश किया है।
यह भारतीय बाजार में अपने पैर मजबूत करने की कोशिश में है। अगर यह एयरटेल में निवेश करती है तो इसे फ्लिपकार्ट से मुकाबला करने में आसानी होगी। फ्लिपकार्ट की पेरेंट कंपनी अमेरिका की ही वॉलमार्ट है। इसके अलावा अमेजन को जियो मार्ट से भी मुकाबले में आसानी होगी। जियो प्लेटफार्म में अमेरिका की फेसबुक ने 5.7 अरब डॉलर का निवेश किया है। जियो मार्ट रिलायंस रिटेल लिमिटेड का प्लेटफार्म है जो ग्राहकों को किराना स्टोर और दूसरे छोटे उद्यमियों से जोड़ता है। इसकी योजना फेसबुक के व्हाट्सएप की पहुंच का इस्तेमाल करने की है।
ई-कॉमर्स और फूड रिटेल बिजनेस में निवेश करने के अलावा अमेजन ने भारत में कई ऑफलाइन रिटेल चेन में भी पैसा लगाया है। वर्ष 2017 में शॉपर्स स्टॉप ने अमेजन इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स से 179.26 करोड़ रुपये निवेश की जानकारी दी थी। सितंबर 2018 में अमेजन ने विट्जिग एडवाइजरी सर्विसेज में निवेश की घोषणा की थी। पिछले साल अगस्त में फ्यूचर रिटेल ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया था कि अमेजन डॉट कॉम एनवी इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स, फ्यूचर कूपंस लिमिटेड में 49 फ़ीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी। Source आउटलुक