क्रिकेट के खेल में यो-यो टेस्ट कई खिलाडियों के लिए रूकावट बन गया है। क्योकि जो खिलाड़ी इस टेस्ट को पास करेगा वही टीम में सलेक्ट होगा। इस बीच इस टेस्ट की वजह से टीम से बाहर हुए खिलाडी अंबाती रायुडू ने यो-यो टेस्ट को लेकर एक बड़ा बयान दिया है।
दरअसल, इस टेस्ट में विफल रहने के बाद इंग्लैंड दौरे के सीमित ओवरों के चरण से बाहर होने से अंबाती रायुडू निश्वित तौर पर निराश होंगे, लेकिन मध्य क्रम के इस बल्लेबाज के मन में भारतीय टीम प्रबंधन द्वारा स्थापित इस कड़े फिटनेस मानक के खिलाफ कुछ नहीं है। रायुडू ने कहा, ‘मैं खुद से निराश था कि इस टेस्ट में सफल नहीं हो पाया। रायुडू ने कहा कि इस परीक्षण के खिलाफ मेरे मन में कुछ नहीं है, क्योंकि भारत की ओर से खेलने के लिए प्रत्येक को फिटनेस का निश्चित स्तर हासिल करना होता है।
ईमानदारी से कहूं तो मुझे इस पर यकीन है। मैं स्वयं से निराश था कि आखिर क्यों मैं टेस्ट में सफल नहीं हो पाया इसलिए मैंने इस दिशा में काम किया और इसे पास किया। यह पूछने पर कि दो महीने पहले फिटनेस टेस्ट के दौरान क्या गलत रहा तो रायुडू ने कहा कि ऐसा कुछ निश्चित नहीं था। उन्होंने कहा, मैंने कुछ दिन पहले इसे पास किया और मुझे टीम में जगह मिली और योजनाओं का हिस्सा बनकर मुझे खुशी है।
हनुमा विहारी और पृथ्वी शॉ को टेस्ट टीम में जगह मिलने पर रायुडू ने खुशी जताई। उन्होंने कहा, ईमानदारी से कहूं तो मैंने हनुमा को काफी खेलते हुए नहीं देखा है। जब वह हैदराबाद की ओर से खेल रहा था तो मैं बड़ौदा का प्रतिनिधित्व कर रहा था। मुझे खुशी है कि युवाओं को टीम में जगह मिल रही है।