वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मानें तो सेंट्रल अमेरिका के होंडुरास से जो शरणार्थी अमेरिका की ओर बढ़ रहे हैं, उस काफिले में आतंकवादी भी शामिल हो सकते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास अपनी बात को साबित करने के लिए जरूरी सुबूत नहीं हैं। ट्रंप ने कहा था कि वेस्टर्न एशिया के लोग और एमएस-13 गैंग्स के सदस्य लैटिन अमेरिकी देशों से अमेरिका आ रहे शरणार्थियों के काफिले का हिस्सा हैं। आपको बता दें कि गरीबी और हिंसा से परेशान होकर हजारों की संख्या में शरणार्थी का हुजूम सेंट्रल अमेरिका से अमेरिका की तरफ बढ़ रहा है। शरणार्थियों का जत्था मैक्सिको के शहर तापाचुला शहर के मुख्य हाइवे पर मौजूद था जिसमें 5,000 से ज्यादा शरणार्थी शामिल थे।
सवाल में जवाब में कही यह बात
मंगलवार को व्हाइट हाउस में ट्रंप ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है. लेकिन संभव है कि आतंकवादी शरणार्थी काफिले के भीतर मौजूद हों। ट्रंप से सवाल पूछा गया था कि शरणार्थियों के कांरवा में आतंकवादी मौजूद होने का दावा करने वाले बयान के पीछे कोई सबूत है या नहीं। उस सवाल के जवाब में ही उन्होंने यह बात कही। अमेरिकी राष्ट्रपति ने जोर देकर यह बात कही कि उन्हें इस बारे में अच्छे तौर पर जानकारी है। आपको बता दें कि ट्रंप प्रशासन अमेरिका में आने वाले शरणार्थियों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। कुछ वक्त पहले ट्रंप प्रशासन ने कहा था कि वह देश में आने वाले शरणार्थियों के लिए एक नियम बनाएगा। जो शरणार्थी अमेरिका आ रहे हैं उन्हें ट्रंप के एक ऑर्डर के बाद अमेरिकी अथॉरिटीज की ओर से रोका गया। जिस समय ट्रंप ने आदेश जारी कर शरणार्थियों से चले जाने को कहा था तो कुछ अपनी मर्जी से वापस चले गए थे लेकिन अब जबकि सेंट्रल अमेरिकी शहरों में इनके पास कोई काम नहीं है करने को तो ये फिर से वापस अमेरिका आ रहे हैं।ट्रंप ने कहा था कि इन शरणार्थियों को मैक्सिको में शरण लेनी चाहिए। उन्होंने धमकी भी दी है कि अगर वे नहीं मानें तो अमेरिकी बॉर्डर को बंद कर दिया जाएगा। source: oneindia