लखनऊ: बीजेपी के सांसदों पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की गाज गिरी है। अमित शाह ने पूर्वांचल समेत यूपी के करीब 28 सांसदों का टिकट काटने का फैसला कर लिया है। इसमें सबसे ज्यादा संख्या पूर्वांचल के सांसदों की है। पूर्वांचल से कलराज मिश्रा जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं। जबकि अभी दर्जन भर और निशाने पर हैं। बताया जा रहा है कि आलाकमान ने लोकल कमेटी से लोकसभा चुनाव के लिए नए उम्मीदवारों के नाम तक मंगाए हैं।
शाह ने कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक और सांसदों के रिपोर्ट कार्ड के आधार पर यह सूची तैयार की है। दरअसल अच्छी छवि ना होने के कारण अमित शाह ने कानपुर के मौजूदा सांसद मुरली मनोहर जोशी, झांसी की सांसद उमाभारती, हमीरपुर के सांसद पुष्पेंद्र चंदेल, इटावा के सांसद अशोक दोहरे समेत 28 सांसदों को अगले चुनाव में उम्मीदवारी से दूर रहने का संकेत दिया है। शाह ने सबसे ज्यादा पूर्वी यूपी के सांसदों के टिकट काटे हैं। पूर्वांचल में 12 सांसदों को टिकट नहीं मिलेगा, जबकि कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में 5 सांसदों पर गाज गिरी है। इस फैसले पर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहर लग गई है। इसी प्रकार अवध क्षेत्र के 3 सांसद निशाने पर आए हैं, जबकि बृज के 2 सांसदों को दोबारा टिकट नहीं दिया जाएगा।
6 अन्य सांसद पश्चिम यूपी से नाता रखते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा के बाद अमित शाह टिकट से वंचित सांसदों की सूची को तय कर दिया है। चर्चा है कि सूची में देवरिया से कलराज मिश्र, मथुरा से हेमा मालिनी, फतेहपुर सिकरी से चौधरी बाबूलाल, हरदोई से अंशुल वर्मा, उन्नाव से साक्षी महाराज, फर्रुखाबाद से मुकेश राजपूत, इटावा से अशोक दोहरे, इलाहाबाद से श्यामाचरण गुप्त, बहराइच से सावित्री बाई फुले, डुमरियागंज से जगदंबिका पाल, राबर्ट्सगंज से छोटेलाल के नाम टिकट से वंचित रहने वाले सांसदों में शामिल हैं।