लखनऊ: प्रदेश के प्रत्येक जनपद में सरकारी इण्टरमीडिएट स्कूलांे, राजकीय डिग्री कालेज, नवोदय विद्यालय, केन्द्रीय स्कूल, श्रमिक स्कूल (अटल) तथा कस्तूरबा गांधी विद्यालय आदि में पर्यटन संबंधी गतिविधियों के संचालन के लिए 10 हजार रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। एक मण्डल में एक वर्ष में अधिकतम 10 ऐसे क्लबों को संबंधित जनपद के जिलाधिकारी के संस्तुति पर यह धनराशि प्रदान की जायेगी।
प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने यह जानकारी आज यहां दी। उन्होंने बताया कि नई पर्यटन नीति-2022 में युवाओं को पर्यटन से जोड़ने तथा उनके माध्यम से पर्यटन गतिविधियॉ संचालित करने के लिए यह रणनीति बनाई गयी है। उन्होंने बताया कि किसी शैक्षणिक संस्थान को वर्ष में एक बार ही आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी।
श्री जयवीर सिंह ने बताया कि प्रदेश में युवा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नेहरू युवा केन्द्र संगठन, राष्ट्रीय सेवा योजना, एनसीसी, भारत स्काउट्स एण्ड गाइडस, युवक मंगल दल तथा महिला मंगल दल आदि संस्थाओं के सदस्यों के माध्यम से युवा पर्यटन क्लबों को गठित कर युवा पर्यटन गतिविधियों को संचालित किया जायेगा।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि युवा पर्यटन क्लबों को उत्तरदायी पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए चिन्हित किया गया है। जिसके तहत बच्चों एवं युवाओं में शुरू से ही पर्यटन और संस्कृति की समझ विकसित करने की योजना बनाई गयी है। इस पहल से पर्यटन के माध्यम से युवाओं में प्रदेश की सांस्कृतिक विविधिता की समझ विकसित कर भारतीय संस्कृति और विरासत को जानने के प्रति जागरूक किया जायेगा। युवा क्लब विभिन्न जनपदों के शैक्षणिक संस्थानांे में यात्रा और पर्यटन के महत्व को भी आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे।