लखनऊ: महात्मा गंाधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के अंतर्गत चालू वित्तीय वर्ष में 20 करोड़ मानव दिवस के रोजगार के अवसर सृजित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। 19 जुलाई, 2018 तक 5.83 करोड़ रोजगार सृजन के लक्ष्य के सापेक्ष 7.17 करोड़ मानव दिवस का सृजन कर 1809.53 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की गई।
ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त सूचना के अनुसार सभी जनपदों को निर्देश दिए गए हैं कि मनरेगा के तहत श्रमिकों को समय से मजदूरी का भुगतान सुनिश्चित किया जाए। जिन जनपदों द्वारा विलम्बित भुगतान 05 प्रतिशत से अधिक किया गया है, आगामी सभी मजदूरी भुगतान शत-प्रतिशत किए जाने की हिदायत दी गई है। राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों में यह भी कहा गया है कि मनरेगा के तहत अधिक से अधिक कार्य जल संचयन एवं जल संरक्षण से संबंधित कराया जाए।
मनरेगा योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2017-18 में 18 करोड़ मानव दिवस के रोजगार के अवसर सृजित किए जाने के लक्ष्य के सापेक्ष 31 मार्च, 2018 तक 18.20 करोड़ मानव दिवस का सृजन किया गया तथा 4520.42 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की गई। मनरेगा के तहत सभी लक्ष्यों को निर्धारित समय में पूरा करने के साथ ही समय से मजदूरी का भुगतान किए जाने के कड़े निर्देश दिए गए हैं।