देहरादून: पिछले लम्बे समय से अपनी जायज मांगों को लेकर आवाज बुलंद कर रही आंगनबाडी कार्यकत्रियों के आंदेलन को आज उस समय मजबूती मिल गयी जब शिव सेना ने आंगनबाडी कार्यकत्रियों के आंदोलन को अपना पूर्ण समर्थन प्रदान किया। आंगनबाडी कार्यकत्रियो की हौसला अफजाई के लिए शिव सेना प्रमुख स्वयं उनके धरना स्थल पर पहुंचे और आंदोलनरत एवं अनशनकारी आंगनबाडी कार्यकत्रियो को आश्वासन दिया कि उनका आंदोलन अब शिव सेना का आंदोलन है। जब तक उनकी सभी मांगों को पूरा नही किया जाता तब तक शिव सेना कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन में प्रतिभाग करेगी और आंगनबाडी कार्यकत्रियों के संघर्ष को मंजिल तक पहुंचायेगी।
गौरतलब है कि पिछले 56 दिनो से आंगनबाडी कार्यकत्रियां राजधानी दून के लैंसडाउन चैक स्थित धरना स्थल पर आंदोलन कर रही हैं जब उनके आंदोलन की तरफ शासन प्रशासन ने ध्यान नही दिया तो आंगनबाडी कार्यकत्रियां अनशन पर बैठ गयी लेकिन इससे भी बात नही बनी। उनका आंदोलन मुख्यमंत्री आवास एवं सचिवालय कूच तक पहुंच गया लेकिन इससे भी सरकार की चिर निद्रा नही टूटी। आंगनबाडी कार्यकत्रियों के संघर्ष को देखते हुए शिव सेना के राज्य प्रमुख गौरव कुमार ने आंगनबाडी कार्यकत्रियों के कहने पर उन्हें अपना समर्थन प्रदान करने का ऐलान किया। अपने निर्णय को पूरा करते हुए आज दोपहर शिव सेना राज्य प्रमुख गौरव कुमार शिव सैनिको के साथ धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होने आंगनबाडी कार्यकत्रियों का नेतृत्व कर रही अध्यक्षा श्रीमती रेखा नेगी से वार्ता करते हुए उन्हें आस्वसत किया कि शिव सेना उनके आंदोलन को अपना पूर्ण समर्थन प्रदान करती है। जब तक उनकी सभी मांगे पूरी नही हो जाती तब तक शिव सेना उनके साथ मिलकर आंदोलन चलायेगी। इस अवसर पर धरने पर बैठी आंगनबाडी कार्यकत्रियो को संबोधित करते हुए गौरव कुमार ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार दोमुंही बाते कर रही है एक तरफ बेटियो को बचाने की अपील करती तो वही दूसरी तरफ मातृ शक्ति के आंदोलन की अनदेखी कर रही है। ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई भी नैतिक अधिकार नही है। आंगनबाडी कार्यकत्रियों के आंदोलन को मद्देनजर रखते हुए सरकार को उनकी मांगे अविलम्ब मान लेनी चाहिए। अल्प मानदेय में आंगनबाडी कार्यकत्रियां अपने परिवार का भरण पोषण करने में असमर्थ है। इतनीमहंगाई के समय में इतने अल्प वेतनमान में परिवार का गुजारा नही हो सकता। राज्य व केंद्र सरकार को आंगनबाडी कार्यकत्रियो के मानदेय में वृद्धि करनी चाहिए और उन्हें राज्य कर्मचारी घोषित करना चाहिए। इस अवसर पर प्रदेश महासचिव दर्शन डोभाल ने कहा कि आंगनबाडी कार्यकत्रियां अब अपने आंदोलन को कमजोर न समझे। शिव सेना उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खडी है। शिव सेना एक मंत्र पर कार्य करती है और वह मंत्र पहले शांति फिर क्रांति का है। यदि सरकार ने शांतिपूर्ण आंदोलन को नजर अंदाज किया तो इसके परिणाम गंभीर भी हो सकते है। यदि समय पर आंगनबाडी कार्यकत्रियो की मांगे पूरी नही हुयी तो शिव सेना मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने से भी पीछे नही हटेगी और मुख्यमंत्री आवास का घेराव तभी समाप्त होगा जब आंगनबाडी कार्यकत्रियो की मांगो पर शासनादेश जारी होगा।
इस अवस पर आंगनबाडी कार्यकत्रियों ने शिव सेना के राज्य प्रमुख गौरव कुमार एवं सभी शिव सैनिको का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आज शिव सेना के समर्थन से उनका आंदोलन और मजबूत हुआ है। अब उन्हें आशा की किरण नजर आ रही है कि उनकी मांगे जल्द ही पूरी हो जाएगी। इस अवसर पर संजीव सुजाईक, गौरव खंडेलवाल, नितिन शर्मा, शिवम गोयल, विजय गुलाटी, मनोज वोहरा, विनोद भट्ट, रोहित बेदी, विकास मल्होत्रा, मंजीत भट्ट, विकास सिंह आदि शिव सैनिक उपस्थित थे।