इलाहाबाद: मोदी मंत्रिमंडल में हुए विस्तार में उन्नीस राज्यमंत्रियों ने शपथ ली है। इस लिस्ट में अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल ने भी राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। ऐसे खास मौके पर जहां बाकी मंत्रियों के घर बधाई देने वालों की भीड़ लगी है वहीं अनुप्रिया पटेल की मां के घर में सन्नाटा पसरा हुआ है। अनुप्रिया पटेल की मां कृष्णा पटेल समेत परिवार के ज्यादातर लोग उनके मंत्री बनने से बेहद नाराज हैं।
अनुप्रिया की मां कृष्णा पटेल और परिवार के दूसरे लोगों ने तो इस मौके पर टीवी पर भी बेटी को देखना पसंद नहीं किया। पूरे शपथ ग्रहण के दौरान घर में लगे टीवी सेट बंद पड़े रहे। इतना ही नहीं मां कृष्णा पटेल ने दोपहर एक बजे तक अपना मोबाइल भी बंद कर रखा था। बड़ी बहन और पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव पल्लवी का मोबाइल बंद तो नही था, लेकिन वह न तो कोई कॉल रिसीव कर रही थीं और न ही किसी मैसेज का जवाब दे रही थीं।
अनुप्रिया पटेल के मंत्री बनने पर जब मां कृष्णा पटेल से बात की गई तो उन्होंने कहा, ‘‘जो मेरी पार्टी में नहीं है, उसके बारे में क्या बात करना। पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से ही मैंने पिछले साल ही उन्हें निकाल दिया था। बीजेपी से अनुप्रिया की दोस्ती के सवाल पर मां कृष्णा पटेल ने बिफरते हुए कहा कि जो अनुप्रिया अपनी मां की सगी नहीं हुई, वह मोदी या किसी दूसरे की कितनी सगी होगी। मां ने कहा कि लालच का घड़ा फूटेगा, तो सब कुछ खुद ही साफ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जिस लालच में अनुप्रिया को अपने साथ जोड़ा है, उसका सच जल्द ही उन्हें पता चल जाएगा, क्योंकि अपना दल के सारे वर्कर मेरे साथ हैं।
इस दौरान कृष्णा पटेल ने बीजेपी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अपना दल के मिशन को खत्म करने के लिए पीठ में छूरा घोंपने का काम किया है। इसका खामियाजा भी वह खुद ही भुगतेगी। कृष्णा पटेल ने यह स्वीकार किया कि खुद उन्होंने और परिवार के दूसरे लोगों ने अनुप्रिया की वजह से टीवी सेट आज ऑन ही नहीं किया। मां होने के नाते शुभकामना देने के सवाल पर कृष्णा पटेल ने कहा कि अगर आप ऐसा चाहते हैं, तो मेरी शुभकामना उनके साथ है, बशर्ते उन्हें दिक्कत न हो।
बीजेपी से तालमेल जारी रखने के मुद्दे पर मिर्जापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल की अपनी मां और पार्टी की अध्यक्ष कृष्णा पटेल से अनबन हो गई थी। डेढ़ साल पहले शुरू हुई अनबन के बाद दोनों के बीच तल्खी इस कदर बढ़ी कि पार्टी दो फाड़ हो गई। मां कृष्णा पटेल ने अनुप्रिया को पार्टी से निकाल दिया तो दूसरी तरफ अनुप्रिया अपने गुट को ही असली पार्टी बताती रहीं। कुछ करीबियों ने शपथ ग्रहण के बहाने दोनों में एका कराने की काफी कोशिश की, लेकिन बात बनने के बजाय अब और बिगड़ गई है।
साभार पंजाब केसरी