कृषि तथा प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) ने आईएफएडी की सहायता परियोजना आंध्रप्रदेश ड्रॉट मिटिगेशन प्रोजेक्ट (एपीडीएमपी) के सहयोग से ज्वार निर्यातकों तथा ज्वार के एफपीओ के साथ मिलकर मार्केटिंग संपर्क स्थापित करने के लिए वर्चुअल क्रेता-विक्रेता बैठक का आयोजन किया।
ज्वार तथा ज्वार उत्पाद निर्यात बढ़ाने की संभावनाओं पर विचार करते हुए और पौष्टिक अनाजों में ज्वार के विकास पर सरकार के फोकस को देखते हुए एपीईडीए 5 वर्षों के लिए ज्वार तथा ज्वार उत्पादों के प्रोत्साहन के उद्देश्य से भारतीय ज्वार अनुसंधान संस्थान (आईआईएमआर) तथा राष्ट्रीय पौष्टिकता संस्थान, सीएफटीआरआई तथा किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) जैसे अन्य हितधारकों के साथ घनिष्ठता से काम कर रहा है। इस प्लेटफार्म ने निर्यातकों और एफपीओ को उत्पादों की सप्लाई और प्राप्ति के लिए एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करने का अवसर प्रदान किया है।
एपीडा वर्ष 2021-26 की 5 वर्ष की अवधि के लिए ज्वार तथा ज्वार उत्पादों का निर्यात बढ़ाने के उद्देश्य से संभावित कार्य योजना तैयार करने का प्रयास कर रहा है ताकि इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सभी संबंधित हितधारक समयबद्ध तरीके से कदम उठाने में सक्षम हो सकें।
विभिन्न देशों में ज्वार की खपत में दिलचस्पी को देखते हुए देश में खपत और निर्यात के लिए हाल के वर्षों में इस उत्पाद के विकास की संभावना में सहायक है।
वर्चुअल क्रेता-विक्रेता बैठक में एपीईडीए के अध्यक्ष डॉ. एम. अंगमुथु, आंध्र प्रदेश सरकार के कृषि आयुक्त श्री एच. अरूण कुमार, एपीडीएमपी के सीओओ श्री जी. विजयचन्द, एपीईडीए, एपीडीएमपी के वरिष्ठ अधिकारी, एफपीओ तथा ज्वार निर्यातक शामिल हुए।
ज्वार पौष्टिक अनाज है और इसके अंतर्गत ज्वार, बाजरा, रागी, छोटा ज्वार, कंगनी, प्रोसो मिलेट, बार्नयार्ड मिलेट, कोदो तथा अन्य ज्वार आते हैं और इनका पौष्टिक महत्व अधिक होता है।