लखनऊ: प्रधानमंत्री की कल्पना तथा मुख्यमंत्री के प्रेरणा से पूरे भारत में अप्रेटिसशिप मेला का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा शुरू की गयी योजना को प्रदेश में जमीनी स्तर तक लागू करने का कार्य मुख्यमंत्री जी द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने आईटीआई में प्रवेश लेकर तकनीकि ज्ञान को सीखा है वो लोग खाली नहीं रह सकते हैं। जीवन में तकनीकि ज्ञान का होना जरूरी है। उक्त बाते प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने आईटीआई में अप्रेंटिसशिप के शुभारम्भ अवसर पर बोल रहे थे।
मंत्री ने लखनऊ आईटीआई में अप्रेटिसशिप मेला का फीता काटकर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलित तथा मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित किया। कार्यक्रम में छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। मंत्री ने कहा कि जनपद लखनऊ की आईटीआई में लगभग 80 कम्पनियां अप्रेटिसशिप मेले में आयी है, जो यहां आये लोगो का चयन अप्रेटिसशिप के लिए करेगी। उन्होंने छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि साक्षात्कार के समय अपना प्रेंजटेशन अच्छा रखे। अपनी बात को रखने का विश्वास रखे और चेहरे पर मुस्कान रखे। उन्होंने कहा कि अप्रेंटिसशिप करने पर सरकार की तरफ तथा उद्योग की तरफ से पैसा दिया जाता है। सिर्फ पैसों के लिए अप्रेंटिसशिप न करके कुछ सीखने का कार्य करे, जिससे कि जिस उद्योग में अप्रेटिसशिप कर रहे वही उद्योग आपको रोजगार उपलब्ध करा दे।
कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री जी द्वारा लगातार छात्रों को बढाने का कार्य किया जा रहा है। सोलर ऊर्जा के अन्तर्गत प्रशिक्षण देने का कार्य किया जाता है। एयरपोर्ट, इलेक्ट्रानिक, कम्प्यूटर, ड्रेस डिजाइनर, होटल मैनेजमेंट, हॉउस कीपिंग, मार्केटिंग आदि विभिन्न क्षेत्र में युवाओं को लाने का प्रयास किया जा रहा है। विदेशी भाषाओं को सीखाने का कार्य किया जा रहा है।
मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर बनने हेतु अपने कदम बढ़ाये। सिर्फ नौकरी करने वाले नहीं नौकरी देने वाले बने। अपना छोटा उद्योग खडा कर सकते है, क्योंकि आईटीआई करने के बाद आपके प्रमाण पत्र पर सरकार द्वारा लोन दिये जाने की योजना है। उन्होंने कहा कि अप्रेटिसशिप मेले के बाद अब रोजगार मेला का आयोजन किया जायेगा।