नई दिल्लीः राष्ट्रीय वित्त प्रबंधन संस्थान, फरीदाबाद में 25वां प्रोफेशनल ट्रेनिंग कोर्स का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे लेखा व वित्त सेवा (प्रथम श्रेणी) के 41 प्रशिक्षु अधिकारियों ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद से भेंट की।
प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि देश का ‘अच्छा प्रशासन’ उनके कार्य व उत्तरदायित्व से गहरे रूप से जुड़ा हुआ है। इसलिए उन्हें नैतिकता, उत्तरदायित्व तथा पारदर्शिता के उच्च मानकों को बनाये रखना चाहिए। सरकार के कार्यक्रमों व परियोजनाओं को लागू करने में उन्हें महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।
राष्ट्रपति महोदय ने कहा कि हमारी सरकार का मंत्र ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम प्रशासन’ है। लोगों में लोक सेवाओं की बेहतर व्यवस्था के प्रति आशा बढ़ रही है। लोक सेवकों के लिए कार्य की जवाबदेही बढ़ गई है। परन्तु कार्य व तकनीक के एकीकरण से इच्छित परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं। इसके लिए सूचना प्रोद्योगिकी, इंटरनेट और इंटरनेट आधारित भुगतान प्रणाली का उपयोग किया जा सकता है। लेखा, बजट तथा लेखा परीक्षण की प्रणाली को संशोधित किये जाने की आवश्यकता है। इसे वैश्विक प्रणालियों के अनुसार आधुनिक बनाया जाना चाहिए। आपकी कार्य सूची में इस कार्य को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।