लखनऊः उ0प्र0 जलशक्ति मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह ने नहरों की सिल्ट सफाई में सम्बन्धित क्षेत्र के समस्त जनप्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा है कि सभी नहरों की शत-प्रतिशत सफाई आगामी 10 दिसम्बर तक हर हाल में पूरी कर ली जाये। उन्होंने कहा कि सोन व गण्डक नहरों के संगठन की सफाई 15 दिसम्बर तक करायी जाये । इसके साथ ही समस्त कार्यों की ड्रोन से फोटोग्राफी कराते हुए स्थानीय जन प्रतिनिधियों को अवलोकित कराया जाये।
जलशक्ति मंत्री मंगलवार को सिंचाई एवं जलसंसाधन विभाग के मुख्यालय पर वीडिया कान्फे्रंसिंग के माध्यम से समस्त क्षेत्रीय मुख्य अभियन्ताओं से सिल्ट सफाई की जानकारी ले रहे थे। उन्होंने कहा कि सिल्ट सफाई के सभी कार्य पूरी जिम्मेदारी के साथ कराया जाये। किसी क्षेत्र से भी शिकायत मिलने पर सम्बन्धित अभियन्ता की जवाबदेही तय की जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि नहर की पटरियों की डौला कटान को सही कराकर सिल्ट का निस्तारण मानक के अनुसार किया जाये। इसके अलावा अतिरिक्त सिल्ट को नीलाम कराया जाये।
डा0 महेन्द्र सिंह ने समीक्षा के दौरान यह भी कहा कि नहर के गेटों की मरम्मत कराकर उन्हें मौलिक स्वरूप प्रदान कराया जाये। इसके अलावा आयल, ग्रीसिंग एवं पेन्टिग भी करायी जाये। साथ ही सिल्ट सफाई में क्षेत्र के सभी जन-प्रतिनिधियों को विभागीय कार्य के बारे में जानकारी देते हुए उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आमंत्रित किया जाये। उन्होंने कहा कि आगामी 10 दिसम्बर की निर्धारित तिथि तक सिल्ट सफाई समाप्त की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कार्य में किसी स्तर पर लापरवाही के लिए कठोर कार्यवाही की जायेगी।
अपर मुख्य सचिव सिंचाई एवं जलसंसाधन श्री टी. वेंकटेश ने बैठक में बताया कि इस वर्ष 42215 किमी0 नहरों की सिल्ट सफाई किये जाने का कार्यक्रम बनाया गया है। समस्त अभियन्ताओं को आवंटित क्षेत्र में पिछले वर्ष के सापेक्ष अब तक करायी गयी सिल्ट सफाई का कार्य सही दिशा में चल रहा है। उन्होंने क्षेत्रीय मुख्य अभियन्ताओं को निर्देश दिये कि मा. जलशक्ति मंत्री द्वारा तय की गयी डेडलाइन 10 दिसम्बर 2020 तक नहरों की सफाई का कार्य मानक के अनुसार अनिवार्य रूप से पूरा करायंे।
वीडियों कान्फ्रेंिसंग में सचिव सिंचाई श्री अनिल गर्ग, विशेष सचिव सिंचाई, श्री मुश्ताक अहमद, प्रमुख अभियन्ता परिकल्प एवं नियोजन श्री ए.के. सिंह, मुख्य अभियन्ता नियोजन श्री डी.के. मिश्रा, मुख्य अभियन्ता शारदा सहायक श्री ए.के. सिंह तथा मुख्य अभियन्ता अनुश्रवण एवं मूल्यांकन श्री सेवाराम आदि उपस्थित थे।