नई दिल्ली: जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने आज नई दिल्ली में ट्राइफेड के वन-धन प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत की। इस अवसर पर ट्राइफेड के प्रबंध निदेशक श्री प्रवीण कृष्ण भी उपस्थित थे।
प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए श्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि यह सभी प्रशिक्षु जनजातीय आबादी को आत्मनिर्भर और उद्यमी बनाने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी प्रशिक्षु अब ‘राष्ट्र निर्माण दल’ का हिस्सा है। उद्यमशीलता की आवश्यकता पर बल देते हुए श्री मुंडा ने कहा कि उद्यमशीलता व्यक्ति को विकास के लिए आगे बढ़ने में प्रोत्साहन देती है।
उल्लेखनीय है कि 18 प्रशिक्षुओं में से कुछ प्रशिक्षु ग्रामीण प्रबंधन/प्रबंधन संस्थान/ सामाजिक कार्य संस्थान/समाज सेवा जैसे देश के प्रतिष्ठित संस्थानों से संबंध रखते हैं और वे सभी वन-धन प्रशिक्षु कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं। प्रशिक्षुओं से संबंधित एक विज्ञापन इक्नॉमिक टाइम्स (सभी संस्करण) में 13 सितंबर, 2019 को प्रकाशित हुआ था। प्रशिक्षुओं का चयन ‘वॉक-इन इंटरव्यू’ के जरिए किया गया था और यह सभी एक सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं। इनका प्रशिक्षण छह महीने के लिए होगा।
सभी प्रशिक्षु ट्राइफेड के दल के साथ विभिन्न राज्यों और जिलों के जनजातीय क्षेत्रों में काम करेंगे। वे आजीविका संवर्धन, विपणन और ऋण संबंधी प्रक्रिया के लिए ट्राइफेड की गतिविधियों में हिस्सा लेंगे।