भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में बेहद उत्साह के साथ मनाये जा रहे आज़ादी का अमृत महोत्सव (एकेएएम) समारोह के एक हिस्से के रूप में 13 से 19 अगस्त 2021 के बीच दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना (डीडीयू-जीकेवाई) कार्यक्रम के तहत देश भर में लगभग 1183 ‘संघटन शिविर’ आयोजित किए गए। इस अखिल भारतीय कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एसआरएलएम) और राज्य कौशल मिशन (एसएसएम) ने विभिन्न परियोजना कार्यान्वयन एजेंसियों (पीआईए) के साथ मिलकर काम किया।
असम
371 से अधिक परियोजना कार्यान्वयन एजेंसियों ने पूरे देश में सप्ताह भर तक चलने वाले शिविरों के दौरान करीब 83795 उम्मीदवारों को सफलतापूर्वक संगठित किया। ये शिविर न केवल डीडीयू-जीकेवाई कार्यक्रम में लोगों की रुचि उत्पन्न करने में सफल हुए बल्कि आगामी प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए करीब 75660 उम्मीदवारों को नामांकित कराने में भी सफल रहे। कोविड सुरक्षा के सभी प्रोटोकॉल और दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए एजेंसियों ने वर्चुअल तथा व्यक्तिगत दोनों तरह से शिविरों का आयोजन किया था।
राजस्थान
25 सितंबर 2014 को शुरू की गई दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना (डीडीयू-जीकेवाई) भारत सरकार (जीओआई) के ग्रामीण विकास मंत्रालय (एमओआरडी) द्वारा वित्त पोषित एक राष्ट्रव्यापी रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम है। डीडीयू-जीकेवाई का उद्देश्य गरीब ग्रामीण युवाओं को उनके मनचाहे रोजगार से जुड़े कौशल के साथ प्रशिक्षित करना है और उन्हें अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। इस कार्यक्रम को कम से कम 70% प्रशिक्षित उम्मीदवारों के लिए गारंटीसहित रोजगार के साथ परिणामोन्मुखी बनाया गया है।
डीडीयू-जीकेवाई कार्यक्रम ग्रामीण गरीब युवाओं के लिए 27 राज्यों तथा 3 केंद्र शासित प्रदेशों में प्लेसमेंट पर जोर देने के साथ ही चलाया जा रहा है। 871 से अधिक परियोजना कार्यान्वयन एजेंसियां 2381 से अधिक प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से ग्रामीण गरीब युवाओं को करीब 611 तरह नौकरी की नौकरियों के लिए प्रशिक्षित कर रहे हैं। 31 जुलाई 2021 तक कुल मिलाकर 10.94 लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है और 7.07 लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया है।