लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने देवीपाटन मण्डल में 03 आकांक्षात्मक जनपदों-बलरामपुर, श्रावस्ती एवं बहराइच में नीति आयोग के मानकों के अनुसार विकास कार्यों को तेजी से बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इन जनपदों में अच्छी प्रगति हुई है, किन्तु और कार्य किए जाने की जरूरत है। विकास कार्यों में एक निरन्तरता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी जनपदों में कुछ न कुछ नया कार्य किए जाने का प्रयास राज्य सरकार द्वारा किया गया है। जिन विकास योजनाओं की धनराशि शासन स्तर पर लम्बित है, उन्हें शीघ्र अवमुक्त करते हुए कार्यों को तेजी से पूर्ण कराया जाए। इससे आकांक्षात्मक जनपदों का तेजी से विकास होगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देवीपाटन मण्डल के विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने मण्डल के जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद किया और मण्डल के विभिन्न जनपदों में निर्माणाधीन विकास परियोजनाओं की प्रगति के सम्बन्ध में फीडबैक प्राप्त किया। जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री जी द्वारा विकास कार्याें की माॅनीटरिंग किए जाने तथा कोविड-19 से बचाव व उपचार के सम्बन्ध में उनके प्रयासों की सराहना की।
मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय व संवाद बनाकर विकास योजनाओं के सम्बन्ध में कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाई गयी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। उनके द्वारा दिऐ गये प्रस्तावों पर शीघ्रता से निर्णय देते हुए जनपद व शासन स्तर पर कार्यवाही की जाए। शिलान्यास व लोकार्पण सम्बन्धी कार्यक्रम जनप्रतिनिधिगण के माध्यम से सम्पन्न कराए जाएं। विकास कार्यों की प्रगति का भौतिक सत्यापन करते हुए यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट समय से प्रेषित किया जाए, जिससे धनराशि समय से निर्गत हो सके। उन्होंने कहा कि किसी भी परियोजना के प्रारम्भ होने पर मानक के अनुरूप धनराशि अवमुक्त होनी चाहिए, जिससे परियोजना पर कार्य तत्काल प्रारम्भ हो सके।
मुख्यमंत्री जी ने परियोजनाओं और विकास कार्यों को समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण ढंग से मानकों के अनुसार पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्धारित अवधि में कार्य के पूर्ण होने से लागत में कमी आती है और जनता को विकास योजनाओं का समय से लाभ मिलता है। उन्होंने कहा कि कार्यदायी संस्थाओं के कार्य समयबद्ध व मानकों के अनुरूप हों। कार्यदायी संस्थाओं द्वारा किए गए कार्यों की समय-समय पर समीक्षा की जाए। इससे कार्यों में गति आएगी, गुणवत्ता रहेगी और कार्य समयबद्ध ढंग से पूरे होंगे। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर प्रत्येक विकास परियोजना के लिए नोडल अधिकारी तैनात हो। इससे भी परियोजनाओं की गति में तेजी आएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिन विकास कार्याें के लिए जनपद स्तर पर भूमि की आवश्यकता है, उससे सम्बन्धित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करते हुए, भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। सामुदायिक शौचालय व ग्राम पंचायत सचिवालय के लिए भूमि चिन्ह्ति करने का कार्य किया जाए। इनके निर्माण सम्बन्धित कार्याें को प्राथमिकता से पूर्ण कराने की कार्यवाही हो। उन्होंने कहा कि शुद्ध पेयजल की आपूर्ति से बीमारियों से बचाव होता है। प्रत्येक जनपद में पाइप पेयजल योजना के सम्बन्ध में समीक्षा करते हुए, उसे प्रारम्भ कराए जाने की कार्य योजना बनायी जाए। उन्होंने कहा कि यह योजना उपयोगी और व्यावहारिक होनी चाहिए। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण व शहरी) के कार्यों तथा स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत बने सभी शौचालयों की जियो टैगिंग की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मण्डल के हर जनपद में ओ0डी0ओ0पी0 के तहत उत्पादों को बढ़ावा दिया जाए। उनकी बेहतर ब्राण्डिंग व मार्केटिंग की जाए। जनपद स्तर पर बैंकर्स समिति के साथ बैठकें कर एम0एस0एम0ई0 और ओ0डी0ओ0पी0 के तहत ऋण वितरण कार्य को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में कई कार्यांे की संभावनाएं हैं। प्रत्येक विकास खण्ड पर एफ0पी0ओ0 का गठन हो। कोल्ड स्टोरेज व गोदामों के निर्माण कार्याें को प्राथमिकता के स्तर पर किया जाए। मनरेगा के तहत अधिक से अधिक संख्या में रोजगार उपलब्ध कराए जाएं। कुपोषित परिवारों को गाय उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। गोवंश आश्रय स्थल का कार्य तेजी से आगे बढ़ाया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने देवीपाटन मण्डल के थारू क्षेत्र एवं वनटांगिया गांवों को समस्त विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं से संतृप्त किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इन क्षेत्रों व गांवों को कनेक्टिविटी से जोड़ा जाए। विकास योजनाओं का लाभ यहां के निवासियों को हर हाल में मिले। उन्होंने थारू क्षेत्रों को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए जनप्रतिनिधियों से प्रस्ताव उपलब्ध कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि यह मण्डल बाढ़ से भी प्रभावित होता है। बाढ़ से होने वाली क्षति का समय से सर्वे व आंकलन करके भेजा जाए, जिससे प्रभावितों को समय से मुआवजा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार सड़कों और भवनों की मरम्मत के लिए भी इस्टीमेट समय से प्रेषित किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़कों को गड्ढामुक्त करने और उनके नवनिर्माण का कार्य सभी सम्बन्धित विभाग तत्परतापूर्वक आगामी पर्वों व त्योहारों से पूर्व सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री जी ने देवीपाटन मण्डल में कोविड-19 की स्थिति के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि डेडीकेटेड कोविड हाॅस्पिटल को पूरी क्षमता के साथ संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के लक्षण पाए जाने पर मरीजों को तत्काल कोविड अस्पताल में भर्ती किया जाए। उन्होंने कहा कि सर्विलांस और काॅन्टैक्ट टेªसिंग पर फोकस किया जाए। इससे अधिक से अधिक जीवन रक्षा की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि गोण्डा में कोविड-19 के उपचार की अच्छी सुविधाएं उपलब्ध हैं, इनका पूरा उपयोग किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 से सतर्कता व बचाव करते हुए विकास गतिविधियों को तेजी से संचालित किया जाना है। कोविड-19 का खतरा बराबर बना हुआ है। ऐसे प्रयास किए जाएं कि कोविड संक्रमण से रिकवरी दर बेहतर हो। उन्होंने कहा कि यह अवसर स्वास्थ्य सेवाओं को और प्रभावी तथा सुदृढ़ बनाने का है। कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में व्यापक जागरूकता व प्रचार-प्रसार किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने के0जी0एम0यू0 के सैटेलाइट सेण्टर अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, बलरामपुर के निर्माण कार्यों की गति को तेज किए जाने के निर्देश देेते हुए कहा कि इसकी प्रगति की समीक्षा निरन्तर की जाए। निर्माण कार्यों को समय से पूर्ण कराया जाए। उन्होंने राजकीय इंजीनियरिंग काॅलेज, गोण्डा के निर्माण कार्यों की गति बढ़ाने के निर्देश दिए, जिससे विद्यार्थियों को जल्द से जल्द अध्ययन की सुविधा प्राप्त हो।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद गोण्डा में निर्माणाधीन संयुक्त चिकित्सालय का कार्य शीघ्र पूर्ण कराया जाए। उन्होंने जवाबदेही तय करते हुए कार्य की गति में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन विधि विज्ञान प्रयोगशाला के कार्यों में तेजी लायी जाए। मुख्य भवन बनाकर इसे कार्यशील किया जाए। सभी भवनों का चरणबद्ध ढंग से निर्माण कराया जाए। भवन की डिजाइन आकर्षक हो। उन्होंने जनपद श्रावस्ती में विद्युत व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद बलरामपुर के राजकीय महाविद्यालय गैसड़ी के कार्यों को समय से पूर्ण कराने तथा सम्बन्धित विभाग को धनराशि अवमुक्त करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद बलरामपुर के जिलाधिकारी को कार्यदायी संस्था से समन्वय बनाकर फायर स्टेशन का कार्य शीघ्रता से पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनपद बहराइच में निर्माणाधीन मण्डी तथा तहसील भवन का कार्य तेजी से पूर्ण कराया जाए। उन्होंने जनपद बहराइच में जलभराव की समस्या के समाधान के लिए त्वरित कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि जनपद बहराइच केला उत्पादक क्षेत्र है। यहां केला प्रसंस्करण इकाई स्थापना के सम्बन्ध में कार्य योजना बनायी जाए।
देवीपाटन के मण्डलायुक्त ने बताया कि मण्डल में 50 करोड़ रुपए से अधिक की 12 परियोजनाएं संचालित हैं। इनमें जनपद गोण्डा में 05, जनपद बलरामपुर में 03, जनपद श्रावस्ती में 02 तथा जनपद बहराइच में 02 परियोजनाएं सम्मिलित हैं। राजकीय मेडिकल काॅलेज गोण्डा एवं अटल आवासीय विद्यालय गोण्डा के निर्माण के सम्बन्ध में कार्यवाही की जा रही है। जनपद बहराइच में महाराज सुहेलदेव मेडिकल काॅलेज का 98 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है, जो अपने लक्ष्य के अनुरूप 31 दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण हो जाएगा। जनपद बलरामपुर में अटल बिहारी बाजपेयी चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय परिसर के0जी0एम0यू0 एट बलरामपुर में 300 बेड चिकित्सालय का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसी प्रकार, जनपद श्रावस्ती में जिला कारागार निर्माण का 95 प्रतिशत तथा स्वदेश दर्शन योजना के अन्तर्गत बौद्ध सर्किट का निर्माण कार्य 80 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है।
मण्डलायुक्त ने बताया कि जनपद बलरामपुर में 220 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्र का कार्य प्रगति पर है। इसके 31 मार्च, 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसी प्रकार, जनपद बहराइच में 132 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्र, कैसरगंज का कार्य भी 31 मार्च, 2021 तक पूर्ण हो जाएगा। फरेन्दा-जरवल मार्ग का निर्माण कार्य, जनपद गोण्डा में डुमरियागंज-अयोध्या मार्ग, गोण्डा-बेलसर उमरी बेगमगंज मार्ग तथा जनपद बलरामपुर में तुलसीपुर-कोयलावासा मार्ग के चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य प्रगति पर है, जिसे समयबद्ध ढंग से पूरा कर लिया जाएगा।
इस अवसर पर एम0एस0एम0ई0 मंत्री श्री सिद्धार्थनाथ सिंह, सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्रीमती मोनिका गर्ग, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री अरविन्द कुमार, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज श्री मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री आलोक कुमार, प्रमुख सचिव वन श्री सुधीर गर्ग, प्रमुख सचिव आवास श्री दीपक कुमार, सचिव खनन श्रीमती रोशन जैकब, सचिव राजस्व श्री संजय गोयल, निदेशक सूचना श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।