लखनऊः उत्तर प्रदेश में आयोजित होने वाले खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स में हिस्सा लेने आ रहे खिलाड़ियों को यहां की कला एवं संस्कृतिक को भी समझने का अवसर मिलेगा। प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों के लिए सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जायेगा। इसमें विभिन्न विधाओं के कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे।
इस सबंध में अपर मुख्य सचिव, खेल एवं युवा कल्याण डा0 नवनीत सहगल ने आज बीबीडी बैडमिंटन अकादमी में स्थापित कन्ट्रोल रूप में संस्कृति विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, वाराणसी तथा गोरखपुर में खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन किया जा रहा है। खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स में देश भर की लगभग 200 यूनिवर्सिटी से चार हजार से अधिक खिलाड़ी प्रतिभाग करेंगे। इनके साथ लगभग तीन हजार से अधिक सपोर्टिंग स्टाफ भी होंगे। सभी के लिए ठहरने, खाने एवं खेलने की अच्छी से अच्छी व्यवस्था कराई जा रही है। सायं काल इनके लिए सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन कराया जायेगा। इसमें सांस्कृतिक विभाग द्वारा विभिन्न विधाओं से संबंधित कलाकारों के माध्यम से सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कराये जायेंगे। इसका उद्देश्य युवा खिलाड़ियों को उत्तर प्रदेश की संास्कृतिक विरासत से परिचित कराना है।
बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव ने गौतमबुद्ध नगर, वाराणसी तथा गोरखपुर के क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारियों से ऑनलाइन वार्ता कर वहां चल रही तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रतियोगिता के सफल आयोजन में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आ रहे लोगों की सुविधा के लिए वालंटियर्स के तौर पर एनसीसी कैडेट भी लगाये जायेंगे। प्रत्येक प्रतियोगिता स्थल पर 25-25 एनसीसी के कैडेट अपना सहयोग प्रदान करेंगे। ये वालंटियर्स प्रतियोगिता के दौरान मेडिकल टीम के साथ रहेंगे। खिलाड़ियों के लिए पानी इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित करायेंगे। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी क्रीड़ा अधिकारी अपने यहां खेल उपकरणों आदि की आपूर्ति समय से सुनिश्चित करालें तथा इसके प्रगति की रिपोर्ट प्रत्येक दिन खेल निदेशालय को भी भेजें।
बैठक में निदेशक खेल, श्री आर0पी0 सिंह0, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी लखनऊ श्री ए0के0 सेठी सहित संस्कृति विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।