नई दिल्ली: स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने आज नई दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की 63वीं स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन किया। समारोह में श्री चौबे ने 14 फैकल्टी सदस्यों को शोध उत्कृष्ठता पुरस्कार दिए। 30 मेडिकल तथा पैरामेडिकल विद्यार्थियों को अकादमिक पुरस्कार और पदक प्रदान किए गए। इस अवसर पर पूर्व अधिष्ठाता (अकादमिक) तथा मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. जे.एस.गुलेरिया तथा एम्स, नई दिल्ली के निदेशक प्रो. रणदीप गुलेरिया उपस्थित थे। आज ही के दिन एम्स में स्नातक की पढ़ाई शुरू हुई थी और 1956 में आज ही के दिन एमबीबीएस कक्षा के पहले बैच की कक्षाएं हुई थी।
इस अवसर पर श्री चौबे ने कहा कि संस्थान ने हमेशा ही मेधा और अध्ययन के उच्च मानकों को बनाए रखा है। शीर्ष चिकित्सा संस्थान के रूप में विश्व में भी संस्थान के उच्च मानक बने हुए हैं। इस संस्थान में उत्कृष्ठ चिकित्सा शिक्षा और अत्याधुनिक शोध और चिकित्सा सेवा का अद्भूत मिश्रण है। श्री चौबे ने कहा कि एम्स ने अकादमिक गतिविधियों, शोध तथा रोगियों की चिकित्सा सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह संस्थान अपना पहला स्थान बनाए हुए है और यहां अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया जैसे दूसरे देशों के विद्यार्थी पढ़ने आते हैं।
श्री चौबे ने कहा कि नई दिल्ली का एम्स देशभर में स्थापित किए जा रहे एम्स जैसे संस्थानों का संरक्षक है।
एम्स नई दिल्ली ने अगली पीढ़ी की स्वास्थ्य सेवा विषय पर एक प्रदशर्नी का आयोजन किया है। एम्स के सभी विभाग इस प्रदशर्नी में भाग ले रहे है। आगंतुकों के लिए दंत परीक्षण , नेत्र परीक्षण और चिकित्सा जांचों का प्रबंध किया गया। जनसाधारण के लिए यह प्रदशर्नी 30 सितंबर, 2018 तक खुली रहेगी। ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान को प्रोत्साहित करने के लिए संदेशों और नारों के साथ मानव श्रृंखला बनाई गई।