नई दिल्ली: केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने आज लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज दिल्ली में भारतीय दंत चिकित्सा छात्र कल्याण संघ और डेंटल सर्जन्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित 11वें अंतर्राष्ट्रीय दंत चिकित्सा छात्रों और 5वें डेंटल सर्जनों के सम्मेलन का उद्घाटन किया। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री डॉ. महेश शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे। श्री चौबे ने देश में मुख स्वच्छता और संबंधित बीमारियों के बारे में और अधिक जागरूकता पैदा करने के लिए सभी दंत चिकित्सा छात्रों और डेंटल सर्जनों का आह्वान किया। उन्होंने एक वर्ष में 15 दिन ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने के लिए सभी दंत चिकित्सा छात्रों को शपथ दिलाई।
अपने संबोधन में श्री चौबे ने कहा कि सरकार देश में सरकारी डेंटल कॉलेजों की संख्या बढ़ाना चाहती है और साथ ही साथ निजी डेंटल कॉलेजों से गुणवत्ता युक्त सेवाएं प्रदान कराना चाहती है। दंत चिकित्सा परिषद इन सेवाओं की गुणवत्ता की निगरानी और बढ़ोतरी पर निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
श्री चौबे ने यह भी कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) का शुभारंभ किया था, जिसमें प्रति परिवार पांच लाख रुपये प्रतिवर्ष स्वास्थ्य बीमा देने का प्रावधान है। इससे 50 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा और यह विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य आश्वासन योजना है, जिसमें अस्पताल में भर्ती से पहले और बाद की निदान, दवाएं आदि से संबंधित 1300 से अधिक प्रक्रियाएं शामिल होंगी और लाभार्थी सहज प्रदाता नेटवर्क के माध्यम से पूरे देश में सीमाओं को पार करके अपेक्षित सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। श्री चौबे ने दंत चिकित्सा के क्षेत्र में अपना योगदान देने के लिए डेंटल सर्जनों को सम्मानित किया।