निखत जरीन (51 किग्रा) ने मंगलवार को दो बार की पूर्व विश्व चैम्पियन कजाकिस्तान की नज्म काजेबे को हराते हुए एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है।
इसी के साथ पूर्व जूनियर विश्व चैम्पियन निखत ने बैंकॉक में जारी इस प्रतियोगिता में अपना पहला पदक पक्का कर लिया है।
शिवा थापा (60 किग्रा) और सरिता देवी (60 किग्रा) ने भी सेमीफाइनल में जगह बनाते हुए इस प्रतिष्ठित आयोजन में पदक पक्का कर लिया है। अब भारत के सात पुरुष और छह महिला मुक्केबाज अंतिम-4 दौर में प्रवेश कर चुके हैं और साथ ही अपने लिए पदक सुरक्षित कर चुके हैं।
इस साल की शुरुआत में आयोजित स्ट्रांजा कप में स्वर्ण जीतने वाली निखत ने पूर्व विश्व चैम्पियन को 5-0 से हराकर अपना वर्चस्व स्थापित किया।
साल 2013 में स्वर्ण, 2017 में रजत और 2015 में कांस्य जीतने वाले थापा ने सेमीफाइनल में जगह बनाते हुए अपना चौथा पदक पक्का कर लिया है। थापा ने स्थानीय खिलाड़ी रुजाकरन जुनट्रांग को 5-0 से हराया। इसके साथ वह विश्व चैम्पियनशिप में लगातार चार पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।
सरिता देवा ने अपने अनुभव का कमाल दिखाते हुए 37 साल की उम्र में कजाकिस्तान की रिम्मा वोलोसेंको को 3-2 से हराया और अंतिम-4 दौर में पहुंच गई। पूर्व विश्व चैम्पियन ने इसके साथ अपने पदकों की झोली में छठा एशियाई चैम्पियनशिप पदक डाला। सरिता ने इस चैम्पियनशिप में 20023, 2005, 2008 और 2010 में स्वर्ण पदक जीता है। 2001 में वह रजत जीतने में सफल रही थीं।
आशीष कुमार (75 किग्रा) ने भी क्वार्टर फाइनल में जीत के साथ अपने लिए पदक पक्का कर लिया है। आशीष ने किर्गिस्तान के उलू बी. को 5-0 से हराया। 69 किग्रा में भी भारत के आशीष ने एकतरफा जीत के साथ अंतिम-4 में प्रवेश किया। आशीष ने वियतनाम के त्रान थो को हराया।
2018 राष्ट्रमंडल खेल रजत पदक विजेता सतीश कुमार ( प्लस 91 किग्रा) ने भी सेमीफाइनल में जगह बना ली है। सतीश ने कोरिया के दोहयेयोन किम को 3-2 से हराया। इसके साथ सतीश ने इस चैम्पियनशिप में अपना दूसरा पदक पक्का कर लिया है। सतीश इससे पहले 2015 में कांस्य पदक जीत चुके हैं।
महिला वर्ग में मनीषा मौन (54 किग्रा) ने भी अच्छा प्रदर्शन करते हुए अपने पहले ही प्रयास में सेमीफाइनल में जगह बना ली है। हरियणा की इस मुक्केबाज ने फिलिपींस की पेटेसियो नीइस जा को 5-0 से हराया।
महिला 64 किग्रा वर्ग में सिमरनजीत कौर ने वियनाम की हा थी लिन्ह को 4-1 से हराया और अपने लिए पदक सुरक्षित किया। 23 साल की इस खिलाड़ी ने बीते साल आयोजित विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था।
2018 राष्ट्रमंडल खेल कांस्य पदक विजेता नमन तलवार को हालांकि हार मिली। दो बार के एशियाई चैम्पियन जार्डन के हुसैन लासियाह ने नमन को 5-0 से हराया। इसके अलावा महिला वर्ग से नुपुर (75 किग्रा) को भी बाहर जाना पड़ा। नुपुर को उत्तर कोरिया की पाक उन सिम ने हराया।
बुधवार को मुक्केबाजों को आराम मिलेगा और फिर वे 25 अप्रैल को सेमीफाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगे। यह प्रतियोगिता 26 अप्रैल को समाप्त होगी।