जकार्ता: भारत के अमित पंघल ने रोमांचक मुकाबले में फिलीपीन्स के कार्लो पालाम को शुक्रवार को 3-2 से हराकर 18वें एशियाई खेलों की पुरुष लाइट फ्लाईवेट (49 किग्रा) स्पर्धा के स्वर्ण पदक मुकाबले में प्रवेश कर लिया। लेकिन विकास कृष्णन (75 किग्रा) थोड़े दुर्भाग्यशाली रहे क्योंकि उनको आंख पर चोट की वजह से अपने मुकाबले से हटने के कारण कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
भारत ने इन खेलों में 10 मुक्केबाजों को उतारा था जिनमें से सिर्फ अमित ही फाइनल में पहुंच पाए हैं जबकि विकास को कांस्य पदक मिला। भारत ने पिछले एशियाई खेलों में मुक्केबाजी में एक स्वर्ण और चार कांस्य सहित पांच पदक जीते थे।
सेना में नायब सूबेदार के पद पर कार्यरत हरियाणा के 22 वर्षीय अमित ने यह मुकाबला जजों के 3-2 के फैसले से जीता। तीन जजों ने अमित के पक्ष में 29-28, 30-27, 29-28 से निर्णय दिया जबकि कार्लो के पक्ष में दो जजों ने 29-28, 29-28 से निर्णय दिए।
अमित का स्वर्ण पदक के लिए उज्बेकिस्तान के हसनबाय दुस्मातोव से मुकाबला होगा। रोहतक में जन्मे अमित ने 2008 में मुक्केबाजी शुरू की थी। उन्होंने इस साल गोल्डकोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक हासिल किया था जबकि इसी साल बुल्गारिया के सोफिया में हुए स्ट्रैंडजा मैमोरियल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता था। भारतीय सेना ने 2017 में अमित को महार रेजीमेंट में नियुक्त किया था। अमित के फाइनल में पहुंचने से भारत की मुक्केबाजी में स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीद बंध गई है।