नई दिल्ली: आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर एशियाई मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (एएमसीडीआरआर) 2016 से पहले एक पूर्वावलोकन कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है तथा “जोखिम के प्रबंधन और लचीले तौर-तरीकों में निवेश” पर एक कार्यक्रम कल राष्ट्रीय लोक वित्त एवं नीति संस्थान (एनआईपीएफपी), दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
“जोखिम के प्रबंधन और लचीले तौर-तरीकों में निवेश” पर आयोजित इस कार्यक्रम में पांच पैनल चर्चाएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें आपदा जोखिम न्यूनीकरण को मुख्य धारा में लाना, आपदा जोखिम न्यूनीकरण का वित्तपोषण, कार्रवाई और सुधार, जोखिम का वित्तपोषण, निर्मित पर्यावरण का विनियमन करना और आपदा प्रबंधन अधिनियम पर अमल के दस साल शामिल हैं।
केंद्रीय गृह सचिव श्री राजीव महर्षि उद्घाटन सत्र में मुख्य भाषण देंगे, वहीं अन्य वक्ताओं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सदस्य श्री एनसी मारवाह, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, आईआईटी, एनआईपीएफपी, यूएनडीपी और ग्रामीणविकास मंत्रालय के शीर्ष अधिकारीगण शामिल होंगे।
एएमसीडीआरआर, 2016 का आयोजन 3-5 नवम्बर, 2016 के बीच विज्ञान भवन, नई दिल्ली में होना है, जिसमें एशिया-प्रशांत क्षेत्र में आपदा जोखिम न्यूनीकरण के सेंडाइ फ्रेमवर्क (एसएफडीआरआर) पर अमल के लिए दिशा-निर्देश निर्धारित किए जाएंगे।
“प्राकृतिक खतरों और जोखिमों” पर एक कार्यक्रम का आयोजन आज आईआईटी दिल्ली में किया गया, जबकि ‘बिल्डिंग बैक बैटर’ पर एक कार्यक्रम का आयोजन 22 अक्टूबर, 2016 को स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर, दिल्ली में आयोजित किया गया था।