देहरादून: गोरखाली सुधार समाज की ओर से प्रदेश के वन एवं खेल मंत्री दिनेश अग्रवाल का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। विधानसभा स्थित सभागार में सभा की समस्त कार्यकारिणी ने श्री अग्रवाल द्वारा समाज के हित में उठाये कदम की सराहना की व मंत्री को पुष्प गुच्छ भेंट किये। वर्ष 2003 में कांग्रेस की तिवारी सरकार के समय में गोरखा समाज को अन्य पिछड़ा जाति का दर्जा दिया गया था। इसके बाद बीते 16 मई को शासनादेश के विपरित जिला स्तर पर उत्तरकाशी व चमोली जिलों में समाज को जाति उपजाति, में विभाजित करते हुए ब्राह्मण व ठाकुर जाति के लोगों को अन्य पिछड़ी जाति से अलग कर लिया गया जिसका गोरखाली समाज द्वारा प्रदेश भर में विरोध किया गया। गोरखाली सभा ने वन मंत्री दिनेश अग्रवाल से मिलकर समाजहित में इस निर्णय पर विचार कर उचित कदम उठाने की मांग की। वन मंत्री ने उक्त मामले से मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए उचित कारवाई की मांग की जिस पर मुख्यमंत्री ने त्वरित आदेश करते हुए गोरखा बाहुल्य क्षेत्रों सहित पूरे प्रदेश में गोरखा समाज को अन्य पिछड़ी जाति का दर्जा प्रदान करने वाला शासनादेश यथावत बनाये रखे जाने की घोषणा की। सरकार की ओर से समाज को आश्वस्त किया गया कि समाज हितों को प्रभावित नही होने दिया जायेगा। गोरखाली समाज ने मंत्री दिनेश अग्रवाल के प्रयासों की सराहना की तथा गोरखाली सुधार सभा के अध्यक्ष कर्नल बी.एस.क्षेत्री ने कहा कि सभा के लोग इस आदेश के विरोध में वन मंत्री से मिले और अपनी आपत्ति जतायी जिस पर मंत्री ने मामले को तुरन्त मुख्यमंत्री के समक्ष रखकर समाज के लोगों के विकास को बाधित होने से बचाया साथ ही समाज के अन्दर जाति और उपजाति के रूप में उठने वाली विभाजन की दीवार को भी खत्म कर दिया है।