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शिक्षकों को सम्मानित करते हुए विधान सभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुजवाल

उत्तराखंड
देहरादून: शिक्षक एक दीपक की तरह है जो समाज को नई दिशा देता है लेकिन आज प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में विशेषकर प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूलों में गिरती छात्र संख्या व शिक्षा का गिरता  स्तर चिन्ताजनक है, और यदि यही स्थिति रही तो भविष्य में प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूल प्राइवेट सेक्टर में भी जा सकते हैं। यह बात विधान सभा अध्यक्ष मा0 गोविन्द सिंह कुंजवाल ने आज श्री गुरूरामराय इण्टर काॅलेज भाऊवाला में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि के रूप में कही।

श्री कुंजवाल ने कहा कि शिक्षा के स्तर को सुधारने तथा विद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ाने हेतु शिक्षा जगत से जुड़े अधिकारियों व शिक्षकों को इस पर गम्भीरता से चिन्तन करना होगा। अन्यथा सरकारी शिक्षण संस्थाओं में गम्भीर संकट पैदा होने की स्थिति में ये संस्थाएॅ प्राइवेट सैक्टर में चली जायेगी। उन्होंने कहा इसे रोकने हेतु सभी को सहभागिता करनी होगी।
श्री कुजवाल ने कहा कि समाज में शिक्षक का स्थान सर्वोपरि है। वह समाज को नई दिशा देता है। उन्होंने कहा कि शिक्षक का जो सम्मान पूर्व में था। उसमें आज ह्यस हुआ है। उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि वे अपनी गरिमा को पूर्व की तरह बनाये रखें तथा ऐसा कोई कार्य न करें जिससे उनकी प्रतिष्ठा में आॅचं आए। उन्होंने शिक्षकों से शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने का आवाह्न करते हुए विद्यालय में राज्य सभा संासद निधि से एक कक्ष के निर्माण करवाने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने बालिका शिक्षा प्रोत्साहन के तहत विद्यालय की 47 छात्राओं को साइकिल वितरित करने के साथ ही राजकीय प्राथमिक विद्यालय भाऊवाला की प्रधानाध्यपिका, रूकमणी भदौला, भगवानपुर की ममता उन्याल, मांडू वाला की उमा रावत, खादर की योग्यता बिष्ट, बकराना की स्नेह लता सरस्वती लखेड़ा, माऊवाला के शक्ति प्रसाद जगुड़ी, जगमोहन चैहन, गुरू राम राय इण्टर काॅलेज के प्रधानाचार्य प्रदीप डबराल, दमयन्ती, योगेश चन्द्र मेलकानी, रश्मि काला सहित निकटवर्ती प्राथमिक, जूनियर व इण्टर काॅलेज के 121 शिक्षक/शिक्षिकाओं को प्रस्तति पत्र व शाल पहना कर सम्मानित किया गया।
विशिष्ट अतिथि विकासनगर के विधायक व पूर्व मंत्री नवप्रभात ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार के साथ ही अशासकीय विद्यालयों की समस्याओं के समाधान का अश्वासन दिया जबकि विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रदीप डबराल ने विद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत करते हुए प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की सराहना करते हुए अशासकीय विद्यालयों में भी अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की। कार्यक्रम के संयोजक व कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष शंकर चन्द्र रमोला ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय मंे भवन निर्माण की मांग के साथ ही शासकीय विद्यालयों की तरह अशासकीय विद्यालयों को भी सुविधाएॅं दी जाने की मांग की।

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