लखनऊ: उत्तर प्रदेश देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अब ‘भारत रत्न’ हो गए हैं। शुक्रवार शाम को उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रदान किया गया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दिल्ली के कृष्ण मेनन मार्ग स्थित वाजपेयी के घर जाकर उन्हें भारत रत्न प्रदान किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे।
इस मौके पर वाजपेयी के घर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ, विदेशमंत्री सुषमा स्वाराज, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, मुरली मनोहर जोशी और अन्य गणमान्य लोगों के मौजूद थे।
वाजपेयी भारत रत्न ग्रहण करने वाले देश के सातवें प्रधानमंत्री होंगे। इससे पहले जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, मोरारजी देसाई, लाल बहादुर शास्त्री और गुलजारीलाल नंदा को यह सम्मान मिल चुका है। और देश के 45वें नागरिक हैं।
आधी सदी से ज्यादा के सियासी सफर में वाजपेयी उन चुनिंदा नेताओं में से रहे हैं जिनके धुर विरोधी भी उनका बेहद सम्मान करते हैं। गठबंधन धर्म को निभाना, बाकी नेताओं को वाजपेयी ने ही सिखाया। साल 1951 में जनसंघ के साथ औपचारिक तौर पर राजनीति के मैदान में कदम रखने वाले वाजपेयी ने 3 बार देश की कमान संभाली।
पहले 13 दिन तक, फिर 13 महीने और फिर पूरे पांच साल तक। वाजपेयी इकलौते नेता थे, जो जब बोलना शुरू करते थे तो सदन का हर सदस्य बिना शोर शराबे की उनकी बात सुनता था। उनकी भाषण कला के मुरीद देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू भी रहे। वाजपेयी मंझे हुए राजनेता रहे तो कोमल हृदय कवि भी। तमाम मुद्दों पर उनकी कलम से निकली कविताएं सीधे लोगों के दिल तक पहुंची।
वहीं पिछले साल दिसंबर में वाजपेयी के अलावा जाने-माने स्वाधीनता सेनानी और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की गई थी। मालवीय को 31 मार्च को भारत रत्न दिया जाएगा।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा प्रोटोकॉल तोड़कर बीमार चल रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनके घर जाकर उन्हें देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ प्रदान करने के कदम का चहुंओर स्वागत किया जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि प्रोटोकॉल को दरकिनार कर राष्ट्रपति द्वारा वाजपेयी के कृष्ण मेनन मार्ग स्थित उनके घर जाकर उन्हें पदक देना उत्तम कदम है, क्योंकि प्रधानमंत्री अस्वस्थ हैं।
वाजपेयी को भारत रत्न देने के कदम का वह स्वागत करते हैं। राष्ट्रपति द्वारा वाजपेयी के घर जाकर उन्हें पदक देना एक बेहद उत्तम कदम है।- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
अपने भाई को सर्वोच्च सम्मान दिए जाने का स्वागत करती हूं, मैं बहुत खुश हूं। जब मैं इस सम्मान के बारे में सोचती हूं, तो मेरी आंखों में आंसू आ जाते हैं। कमला दीक्षित, वाजपेयी की बहन
यह देश और हम सबके लिए गर्व का क्षण है। वह दिग्गज नेता हैं, एक ऐसे नेता जिन्होंने बिना थके देश के लिए काम किया। वह ओजस्वी वक्ता, राजनेता, विचारक व कवि हैं। उनके जैसे बहुत ही कम लोग हैं।-अरुण जेटली, वित्त मंत्री
अटल बिहारी वाजपेयी भारत के सबसे दिग्गज नेता हैं। वे एक सच्चे प्रजातंत्रवादी, एक महान सांसद व दूरदर्शी नेता हैं।– वायको, एमडीएमके नेता
हम इस बात को लेकर बेहद खुश हैं कि उन्हें भारत रत्न मिल रहा है। लोग बेहद खुश हैं। – शरद यादव, जदयू नेता
यह गर्व और खुशी का क्षण है, क्योंकि अटल जी को भारत रत्न दिया गया।–राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री
भारत रत्न के लिए हमारे मार्गदर्शक व परमप्रिय अटल बिहारी वाजपेयी जी को हार्दिक बधाई। – ममता बनर्जी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री
भारत रत्न के लिए हमारे मार्गदर्शक व परमप्रिय अटल बिहारी वाजपेयी जी को हार्दिक बधाई। – शिवराज सिंह चौहान, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री
आज के दिन वाजपेयी साहिब को भारत रत्न दिया जाएगा, इसके लिए उन्हें और उनके परिवार को मेरी तरफ से हार्दिक बधाई। – उमर अब्दुल्ला, जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री
‘भारत रत्न’ बने अटल बिहारी वाजपेयी, राष्ट्रपति ने घर जाकर दिया सम्मान