लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कुपोषण की रोकथाम हेतु आई0सी0डी0एस0 विभाग के अंतर्गत चिन्हित लगभग 14.60 लाख अतिकुपोषित बच्चों के पोषण स्तर में सुधार हेतु हौसला फीडिंग कार्यक्रम का संचालन किए जाने का निर्णय आज यहां कैबिनेट बाई सर्कुलेशन से लिया गया।
यह जानकारी आज यहां देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि इसके अंतर्गत प्रदेश में 06 माह से 06 वर्ष के अतिकुपोषित बच्चों के पोषण स्तर में सुधार हेतु प्रतिदिन मध्यान्ह में गर्म पका-पकाया भोजन खिलाया जाएगा, साथ में फल भी खिलाया जाएगा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत भोजन पकवाने का उत्तरदायित्व ग्राम प्रधान का होगा और आच्छादित लाभार्थियों को भोजन कराने का उत्तरदायित्व सम्बन्धित ग्राम प्रधान तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्री का होगा।
प्रवक्ता ने बताया कि इसके तहत छह माह से 06 वर्ष के अतिकुपोषित बच्चों को 20 ग्राम प्रति लाभार्थी प्रति दिन देशी घी उपलब्ध कराने के लिए दुग्ध विकास विभाग उत्तर प्रदेश की संस्था-पी0सी0डी0एफ0 द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आपूर्ति की जाएगी।
भोजन में आयोडाइज्ड नमक का ही प्रयोग अनिवार्यतः किया जाएगा। भोजन पकाने हेतु मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत उपलब्ध प्राथमिक विद्यालय के रसोईघर एवं अन्य अवस्थापना सुविधाओं का आवश्यकतानुसार/नियमानुसार प्रयोग किया जाएगा।
प्रवक्ता ने कहा कि हौसला फीडिंग कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार वाॅल-राइटिंग एवं होर्डिंग के माध्यम से किया जाएगा। हौसला फीडिंग कार्यक्रम के अनुश्रवण एवं मूल्यांकन हेतु प्रभावी व्यवस्था की गयी है। अनुश्रवण सम्बन्धी सूचना ूूूण्ेनचवेींदनचण्पद वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।