जम्मू: पाकिस्तानी सेना बीते कई दिनों से सीमा पर अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रही है। पाकिस्तानी सेना सीजफायर उल्लंघनों की आड़ में आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश में लगा हुआ है। उत्तरी कश्मीर में एलओसी पर केरन सेक्टर में भारतीय सैनिकों ने घुसपैठ कर रहे पांच आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया है। लेकिन इस अभियान में भारतीय सेना के तीन जवान शहीद हो गए हैं और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए। कश्मीर घाटी में पिछले 24 घंटों के दौरान सुरक्षा बलों के दो अलग-अलग अभियानों में नौ आतंकवादी मारे गए हैं।
सेना प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कहा, ‘उत्तरी कश्मीर के केरन सेक्टर में जारी घुसपैठ-रोधी अभियान के दौरान सतर्क जवान खराब मौसम के बावजूद पांच आतंकियों का अब तक सफाया कर चुके हैं जो नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे।’ उन्होंने बताया कि इस अभियान में तीन जवान शहीद हो गए और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। कालिया ने कहा कि अभियान जारी है। भारी बर्फ और दुर्गम क्षेत्र के चलते घायलों को निकालने में परेशानी आ रही है।
केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तैनात सैनिकों ने पीओके से इस तरफ घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकवादियों के एक समूह को देखा। उन्हें जब चुनौती देते हुए आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया तो आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि सैनिकों ने भी जवाबी कारर्वाई की जिससे नियंत्रण रेखा के पास वन क्षेत्र में मुठभेड़ शुरू हो गयी। बता दें कि पिछले 24 घंटों में भारतीय सेना ने कश्मीर घाटी में करीब 9 आतंकियों को ढेर किया है। इसमें चार शनिवार को कुलगाम में मारे गए। एक ओर जहां साउथ कश्मीर में बटपुरा में जहां कल 4 आतंकियों को मार गिराया गया, वहीं केरन सेक्टर में एलओसी के पास 5 आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। सभी आतंकी केरन सेक्टर से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। इस ऑपरेशन को 4 पैरा स्पेशल फोर्स, 41 आरआर, 57 आरआर, 8 जाट और एसओजी कुपवाड़ा की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया है।
इससे पहले शुक्रवार रात गुप्त सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने शनिवार सुबह कुलगाम जिले में बटपुरा इलाके की घेराबंदी कर चार आतंकियों को ढेर किया था। आतंकियों के कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया। सभी आतंकी हिजबुल मुजाहिदीन के थे।
जीओसी मेजर जनरल ए सेनगुप्ता ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों की पहचान अनंतनाग के आरवनी के मोहम्मद अशरफ मलिक, दमहाल हांजीपुरा के शाहिद सिदीक और चवालगाम के वकार यत्तू के तौर पर हुई, जबकि चौथा उनका सरगना चिमर का रहने वाला एजाज अहमद नायकू उर्फ मुसा था। Source पंजाब केसरी