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सामुदायिक भवन अठूरवाला, डोईवाला में आयोजित कार्यक्रम मेें महिलाओं द्वारा उत्पादित सामग्री का अवलोकन करते हुएः मुख्यमंत्री हरीश रावत

उत्तराखंड
देहरादून: सामुदायिक भवन अठूरवाला, डोईवाला में स्वयं सहायता समूहों द्वारा आयोजित महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम का मुख्यमंत्री हरीश रावत ने

दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को दस-दस हजार रूपये बोनस दिया जायेगा। साथ ही अदरक से सौंढ बनाने वाली मशीन की खरीद पर सब्सिडी दी जायेगी। साथ ही महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित फूलों को अर्द्धकुम्भ मेले हेतु खरीदने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने समूह की महिलाओं को और अधिक मजबूती से कार्य करने को कहा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य के विकास में भी स्वयं सहायता समूह अपना अहम योगदान निभा रहा है। उन्होंने कहा कि डोईवाला क्षेत्र में 171 महिला स्वयं सहायता समूह है। जिनमें से 28 महिला स्वयं सहायता समूहों ने अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया हैै। शेष महिला स्वयं सहायता समूह विकास की ओर तत्पर है। जिनको राज्य सरकार द्वारा बैंको से जोडकर उन्हें अपने कार्यों में प्रगति करने के लिए मजबूती प्रदान करेगा। राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं के तहत लाभ पहुंचाने एवं महिलाओं को समृद्ध करने के लिए कार्य किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए जन्म से लेकर 60 वर्ष की आयु तक विभिन्न योजनाओं के तहत जोड़ा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गोद भराई व अन्नप्रासन योजना चलायी है। उन्होंने कहा कि गर्भवती पोष्टिक आहार योजना के तहत राज्य में डेढ़ प्रतिशत की जच्चा बच्चा मृत्यु दर में गिरावट आयी है। उन्होंने कहा 60 वर्षों से अधिक आयु की वृद्ध महिलाओं के लिए टेक टू होम राशन योजना की व्यवस्था की गई है, जो महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि दो बालिकाओं के जन्म पर उनके परिजनों को राज्य सरकार द्वारा पुरस्कृत कर सम्मानित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हर थाने में महिला सब-इंसपेक्टर की नियुक्ति की गई है साथ ही पीआरडी में महिलाओं की भर्ती भी की गई है। आने वाले समय में भी युवतियों को विभिन्न विभागों में भर्ती किया जायेगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्राम पंचायतों की खाली पडी बंजर भूमि को महिला स्वयं सहायता समूहों को लीज पर दें। साथ ही भूमि को उपजाऊ बनाने में हुई व्यय का 90 प्रतिशत राज्य सरकार द्वारा सहायता के रूप में दिया जायेगा। जबकि 10 प्रतिशत स्वयं सहायता समूह अपने स्तर से व्यय करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग व अन्य सरकारी विभागों की वर्दी स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से क्रय किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर महिला स्वयं सहायता समूहों लगाये गये उत्पादित सामग्रीयों के स्टाॅलों का भी अवलोकन किया।
इस अवसर पर विधायक हीरा सिंह बिष्ट, ब्लाॅक प्रमुख बीना बहुगुणा सहित महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्य सहित अन्य गणमान्य लेाग उपस्थित थे।

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