नई दिल्ली: वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दावली आयोग ने वैज्ञानिक और तकनीकी उद्देश्यों के लिए आयुष शब्द को हिन्दी और अंग्रेजी भाषा में अपनाने का फैसला किया है। चिकित्सा की पांच परम्परागत और पूरक प्रणालियों आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा (नेचुरोपैथी), यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी के लिए परिवर्णी के रूप में आयुष शब्द लोकप्रिय हो चुका है। इस शब्द को सफलतापूर्वक अपना लिया गया है और सभी सरकारी सूचनाओं में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। इस संबंध में आयुष मंत्रालय के प्रस्ताव के बाद यह फैसला किया गया है।
केन्द्रीय आयुष मंत्री श्री श्रीपद नाईक ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह चिकित्सा की सभी समग्र प्रणालियों के बीच सामन्जस्य को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह फैसला देश की सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों के प्रबंधन का समेकित समाधान करने संबंधी आयुष मंत्रालय के प्रयासों को मजबूत करेगा।
आयोग द्वारा मंजूर आयुष शब्द का अर्थ है ‘स्वास्थ्य सेवा की परम्परागत और गैर-परम्परागत प्रणालियां तथा चिकित्सा, जिसमें आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी शामिल है।’ आयोग की मान्यता मिलने के बाद उम्मीद है कि यह शब्द कम समय में ही लोकप्रियता हासिल कर लेगा।