नई दिल्ली: आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीपद येसो नाइक कल नई दिल्ली में ‘होम्योपैथिक औषधि उत्पादों के नियमन : राष्ट्रीय एवं वैश्विक रणनीतियों’ पर विश्व एकीकृत औषधि फोरम का उद्घाटन करेंगे। होम्योपैथिक दवा उद्योग की प्रगति में भारत के एक महत्वपूर्ण देश के रूप में होने को लेकर बढ़ती अन्तर्राष्ट्रीय अवधारणा को ध्यान में रखते हुए यह अपनी तरह का पहला फोरम है। दवा कानून निर्माता, नियामक, निर्माता एवं विभिन्न नियामक प्राधिकरणों के फार्माकोपियल विशेषज्ञ,जाने-माने वैज्ञानिक संगठन और 25 देशों के दवा उद्योगों के प्रतिनिधि इस फोरम की दो दिवसीय बैठक में भाग लेंगे, जिसमें होम्योपैथिक दवा उद्योग के कार्रवाई योग्य पहलुओं की रणनीति तैयार की जाएगी, जिससे इस क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अनुकूलन को बढ़ावा मिलेगा।
इस कार्यक्रम का आयोजन आयुष मंत्रालय और केन्द्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद (सीसीआरएच) द्वारा किया जा रहा है, जिसमें भारतीय औषधि एवं होम्योपैथी के औषधकोश आयोग (पीसीआईएमएच) और केन्द्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की ओर से सहायता दी जा रही है।
फोरम की उपर्युक्त बैठक के दौरान अनेक मसलों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। विभिन्न देशों में मौजूदा नियामकीय स्थिति, दुनिया के अनेक महत्वपूर्ण देशों में संभावित व्यापार अवसर,नियामकीय चुनौतियों के संभावित समाधान, राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर पर चुनौतियों से कारगर ढंग से निपटने के लिए ज्ञान एवं नेटवर्क का निर्माण करना इत्यादि इन मसलों में शामिल हैं। फोरम की बैठक के दौरान होम्योपैथिक दवाओं के क्षेत्र में सहयोग के लिए होम्योपैथिक फार्माकोपिया कन्वेंशन ऑफ द यूनाइटेड स्टेट्स (एचपीसीयूएस) और भारत के संगठन जैसे कि भारतीय औषधि एवं होम्योपैथी के औषधकोश आयोग (पीसीआईएमएच) और केन्द्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद (सीसीआरएच) के बीच सहमति पत्र (एमओयू) का आदान-प्रदान होगा।
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