नई दिल्ली: केन्द्रीय आयुष तथा रक्षा राज्य मंत्री श्री श्रीपद येसो नाइक ने नयी दिल्ली के कैंट में सेना के बेस अस्पताल में आयुर्वेद उपचार इकाई का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा महानिदेशालय के तहत आने वाली चिकित्सा सेवाओं में आयुष चिकित्सा को शामिल करने के लिए आयुष और रक्षा मंत्रालय के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए गए।
श्री येसो नाइक ने अपने उद्धाटन भाषण में कहा कि हमारे जवान सियाचिन ग्लेशियर से लेकर थार के रेगिस्तान तक बेहद चुनौतीपूर्ण स्थितियों में काम करते हैं जिससे उनका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बुरी तरह प्रभावित होता हे। ऐसे में आयुर्वेद और योग इन जवानों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को ठीक बनाए रखने में काफी मददगार हो सकता है जिससे उनकी सहन शक्ति में इजाफा होगा। श्री नाइक ने बताया कि आयुर्वेद की औषधियां और स्नेहना और स्वेदना जैसी पंचकर्म प्रक्रियाओं के जरिये काम के दौरान मांसपेशियों में होने वाली गड़बडि़यों का प्रभावी तरीके से इलाज किया जा सकता है।
केन्द्रीय आयुष और रक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीपद येसो नाइक नई दिल्ली के केंट इलाके में स्थित सेना के बेस अस्पताल में आयुर्वेद उपचार इकाई का उद्घाटन करते हुए।
इस अवसर पर आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा तथा सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन पुरी भी उपस्थित थे।
रक्षा और आयुष मंत्रालय के बीच हुए करार के तहत आयुर्वेद चिकित्सा इकाइयां गाजियाबाद के हिण्डन में भारतीय वायु सेना के रिसर्च और रेफरल अस्पताल और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में स्थित एक्स सर्विसमेन कंट्रीब्यूटरी हेल्थ स्कीम (ईसीएचएस) की चिन्हित पांच पॉलिक्लिनिकों में भी खोली जायेंगी।