लखनऊ: आयुष्मान योजना गरीब के लिए संजीवनी है। जब घर का कोई सदस्य बीमार पड़ता है अथवा गंभीर बीमारी से ग्रसित हो जाता है, ऐसे में यह कार्ड उस परिवार के लिए बहुत लाभकारी साबित होता है। उत्तर प्रदेश में अब तक तीन करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। केंद्र सरकार की ओर से सात करोड़ का लक्ष्य दिया गया है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।
यह कहना है प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का। वे सोमवार को लखनऊ स्थित एक होटल में आयोजित आयुष्मान प्रधानमंत्री जन आरोग्य आरोग्य योजना के पांच वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। डिप्टी सीएम ने कहा कि आयुष्मान योजना में देश के करोड़ों परिवार लाभांवित हो चुके हैं। जब किसी गरीब के घर में बीमारी आती है, तो सब कुछ छीन कर ले जाती है। ऐसे में यह कार्ड ही उनके लिए उपयोगी साबित होता है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में अब तक अभी तक तीन करोड़ से अधिक कार्ड बनाए जा चुके हैं। सात करोड़ का लक्ष्य है, जिसके सापेक्ष 49 लाख और परिवारों का कार्ड बनाने के लिए चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि लक्ष्य को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने योजना से जुड़े सभी स्वास्थ्यकार्मिकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह सभी के संयुक्त प्रयास का नतीजा है कि हम कार्ड बनाने के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जो लक्ष्य हमें दिया गया है, उसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने जानकारी दी कि प्रतिदिन इस योजना से प्राइवेट अस्पताल भी तेजी से जुड़ते जा रहे हैं। कार्यक्रम में योजना के तहत लिस्टेट अस्पतालों के संचालकों ने अपने अनुभव भी साझा किए। समारोह में केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल, चिकित्सा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, प्रमुख सचिव चिकित्सा पार्थ सारथी सेन शर्मा सहित तमाम विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे।