लखनऊ: प्रदेश के नगर विकास एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद आजम खां ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर गहरे रंज-ओ-गम का इजहार किया है। उन्होंने कहा कि भारत के मिसाइल मैन कहे जाने वाले डॉ अब्दुल कलाम के निधन से न सिर्फ वैज्ञानिक दुनिया को अपूरणीय क्षति पहुंची है बल्कि हमने एक सच्चे मुसलमान और एक सच्चे हिंदुस्तानी को खो दिया है। उनकी कमी को कभी भी पूरा नहीं किया जा सकता है।अपने एक शोक सन्देश में श्री आजम खां ने कहा कि यह बेहद अफसोस की बात है पूर्व राष्ट्रपति की बीमारी के दौरान हमारे मुल्क के हुक्मरां में से कोई भी न तो उन्हें देखने गए और न ही उनका हाल-चाल जानने की कोशिश की। उनका निधन ऐसी जगह हुआ जहाँ पर इलाज की आधुनिक सुविधाएँ मयस्सर नहीं हैं। अगर उन्हें विशेष हवाई जहाज से देश के किसी बेहतरीन अस्पताल ले जाया गया होता तो शायद उन्हें बचाया जा सकता था। पूर्व राष्ट्रपति होने की वजह से ऐसी सहूलत पाना उनका अधिकार था। लेकिन अफसोस हमारे हुक्मरान एक पूर्व राष्ट्रपति के प्रति अपना फर्ज निभाने से कतरा गए।
श्री आजम खां ने डॉ अब्दुल कलाम की रूह को सुकून बख्शने की अल्लाह से दुआ की।