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बाबा साहब डॉ0 भीमराव आंबेडकर ने भविष्य का भारत कैसा होना चाहिए, इसके दिग्दर्शक के रूप में संविधान उपलब्ध कराया: सीएम

उत्तर प्रदेश

लखनऊउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि बाबा साहब डॉ0 भीमराव आंबेडकर ने भविष्य का भारत कैसा होना चाहिए, इसके दिग्दर्शक के रूप में संविधान उपलब्ध कराया। डॉ0 आंबेडकर ने संविधान के माध्यम से समानता, न्याय और बन्धुत्व का जो भाव भारत के नागरिकों को दिया, उसके परिणामस्वरूप विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत दुनिया के लिए एक आश्चर्य बना हुआ है। साथ ही, एक नई प्रेरणा के रूप में आगे बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री जी आज यहां बाबा साहब डॉ0 भीमराव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर भारतरत्न बोधिसत्व बाबा साहेब डॉ0 भीमराव आंबेडकर महासभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बाबा साहब को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात् अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बाबा साहब डॉ0 भीमराव आंबेडकर के सपनों को साकार करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेगी। हम सब समता व बंधुता पर आधारित भेदभाव रहित नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की स्थापना के लिए मिलकर कार्य करेंगे।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज का दिन अत्यन्त पावन है। आज बाबा साहब डॉ0 आंबेडकर की 131वीं जयंती है। आज सनातन धर्म की परम्परा में आदिकाल से मनाया जाने वाला बैसाखी का पर्व भी है। आज ही खालसा पंथ की स्थापना हुई थी। आज महावीर जयंती भी है। उन्होंने प्रदेशवासियों को बाबा साहब डॉ0 भीमराव आंबेडकर की जयंती के साथ ही, बैसाखी के पर्व और महावीर जयंती की भी बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बाबा साहब की स्मृतियों को नमन करते हुए प्रदेशवासियों की तरफ से विनम्र श्रद्धांजलि भी अर्पित की।

मुख्यमंत्री जी ने बाबा साहब डॉ0 भीमराव आंबेडकर को सर्वाधिक सम्मान देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा डॉ0 आंबेडकर से जुड़े 05 स्थलों को ‘पंच-तीर्थ’ के रूप में विकसित किया गया है। पंच तीर्थों की स्थापना, महू छावनी मध्य प्रदेश, दीक्षाभूमि नागपुर, चैत्य भूमि मुंबई, शिक्षा भूमि इंग्लैंड तथा नई दिल्ली में उनके परिनिर्वाण स्थल को भीमराव आंबेडकर अन्तर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक केन्द्र को विकसित कर कराई गई। यह पंचतीर्थ वर्तमान और भावी पीढ़ी के लिए एक नयी प्रेरणा और प्रकाश हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी से ही प्रेरणा प्राप्त कर राज्य सरकार ने भी कदम उठाए हैं। उत्तर प्रदेश में 43 लाख से अधिक गरीब और वंचित परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के माध्यम से 1-1 पक्का आवास उपलब्ध कराया जाना बाबा साहब के सपनों को साकार करने जैसा ही है। प्रदेश के 02 करोड़ 61 लाख गरीब परिवारों को 1-1 व्यक्तिगत शौचालय उपलब्ध कराना, बाबा साहब के सपनों को साकार करने के साथ ही, उनके स्वच्छता के आग्रह तथा नारी गरिमा, सुरक्षा व सम्मान के सपने को मूर्त रूप देना भी है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक घर में बिजली की व्यवस्था, शिक्षा के नए केन्द्र स्थापित होना, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के नागरिकों के लिए विशेष प्रावधान करते हुए जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ने का मंच उपलब्ध कराना, सभी गरीबों और वंचितों जिनके आवास बने थे, किंतु उसका पट्टा उन्हें उपलब्ध नहीं हो पाया था, उनको उजाड़ने के बजाय, उसी स्थल पर उन्हें बसाने के लिए आवासीय पट्टे की व्यवस्था करना, प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से बाबा साहब डॉ0 आंबेडकर के सपनों को साकार करने की मुहिम का ही हिस्सा है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाबा साहब ने कहा था कि अगर जीवन में आगे बढ़ना है तो चुनौतियों से भागना नहीं, बल्कि उसका सामना करके ही समाधान निकल सकता है। बाबा साहब के जीवन काल में अस्पृश्यता सहित अनेक चुनौतियां थीं। बाबा साहब ने पलायन नहीं चुनौतियों से संघर्ष करने का मार्ग अपनाया और भगवान बुद्ध के ‘अप्प दीपो भव’ के भाव को अंगीकार करने का प्रयास किया। यही कारण है कि आज केवल भारत ही नहीं पूरी दुनिया में भी जहां गरीबों, वंचितों, समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के लिए न्याय, बंधुता तथा समानता की बात होती है, वहां बाबा साहब डॉ0 आंबेडकर का नाम बड़ी श्रद्धा और सम्मान के साथ लिया जाता है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाबा साहब ने कहा था कि हमें यह भूलना नहीं चाहिए कि हम आदि से अन्त तक सदैव भारतीय हैं, इस भाव के साथ कार्य करने पर हमें हमेशा सफलता मिलेगी। उन्होंने इस परम्परा को वर्ष 1991 से लगातार आगे बढ़ाने के लिए आंबेडकर महासभा के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि महासभा के प्रयासों का परिणाम ही है कि प्रदेश सरकार लखनऊ में बाबा साहब डॉ0 भीमराव आंबेडकर के स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र का निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ा रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि महासभा का अगला कार्यक्रम सांस्कृतिक केन्द्र के ऑडिटोरियम में आयोजित होगा।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाबा साहब डॉ0 भीमराव आंबेडकर के स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र में छात्र-छात्राओं के लिए बाबा साहब पर शोध के लिए छात्रवृत्ति की व्यवस्था होगी। बाबा साहब ने अपने समय में सबसे बड़ा पुस्तकालय स्थापित किया था, जिसमें 50,000 पुस्तकों की व्यवस्था थी। ‘भारत रत्न डॉ0 भीमराव आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र’ में ऐसे ही एक पुस्तकालय की व्यवस्था होगी, जिसके माध्यम से वर्तमान एवं भावी पीढ़ी बाबा साहब डॉ0 आंबेडकर जैसे महान व्यक्तित्व को सामने रखकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित होगी।

इसके पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने महासभा परिसर में स्थापित तथागत बुद्ध एवं डॉ0 भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा डॉ0 आंबेडकर के अस्थि कलश पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित अभिलेख एवं चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन तथा अवलोकन किया।

कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में बाबा साहब के विचारों को अमली-जामा पहनाने का कार्य प्रधानमंत्री जी व मुख्यमंत्री जी द्वारा किया जा रहा है।

केन्द्रीय आवास और शहरी कार्य राज्यमंत्री श्री कौशल किशोर ने कहा कि बाबा साहब डॉ0 आंबेडकर का मिशन जाति विहीन, शोषण विहीन समाज की स्थापना करना है। यह तभी सम्भव होगा, जब समाज शिक्षित होगा। प्रधानमंत्री जी द्वारा बाबा साहब के सपनों को साकार करते हुए अंतिम पायदान में बैठे व्यक्ति को आवास, शौचालय, बिजली आदि मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी हैं।

समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरुण ने कहा कि सामाजिक न्याय की यात्रा में प्रधानमंत्री जी के विज़न एवं मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में बिना भेदभाव के सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों को मिल रहा है। समस्त योजनाओं को पूरी पारदर्शी ढंग से लागू किया गया है।

उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ0 लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने गरीबों एवं वंचितों को रहने के लिए जिनके पास जमीन नहीं है, उनको पट्टों का आवंटन कर आवास बनवाने का कार्य किया है।

इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जय वीर सिंह, अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के अध्यक्ष भदंत शांति मित्र, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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