लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के उप कार्यपालक अधिकारी एवं हज ऑफीसर श्री तनवीर अहमद ने सोशल मीडिया पर कुछ अज्ञात लोगों द्वारा हज यात्रियों के सूटकेस/बड़े हैंडबैग पर किसी पशु के चेहरे की आकृति होने को लेकर वायरल की जा रही खबर को भ्रामक और सत्य से परे बताते हुए इसका पुरजोर खंडन किया है। इस खबर में एक सूटकेस/बड़े हैंडबैग पर किसी पशु की आकृति बनी हुई दिखाई जा रही है और इस तस्वीर को एक लाल गोले में घेर कर यह खबर दी जा रही कि यह सुअर की आकृति है और यह सूटकेस हज कमेटी द्वारा हज यात्रियों को उपलब्ध कराया जा रहा है। श्री तनवीर ने बताया कि यह खबर निराधार और भ्रामक है। इसे जानबूझकर एक साजिश के तहत कुछ लोगों द्वारा अफवाह के रूप में फैलाया जा रही है।
श्री तनवीर अहमद ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल किये जा रहे सूटकेस, जिस पर किसी पशु की तस्वीर बनी हुई दिखायी जा रही है वह ‘एरिस्टोक्रेट’ कम्पनी का है जिसे हो सकता है किसी हाजी ने निजी तौर पर खरीदा हो और उसमें अपना सामान ले जा रहा हो। उन्होंने कहा कि हज कमेटी की ओर से एक छोटा हैण्डबैग हाजियों को बांटा जा रहा है जिसे यात्रा के दौरान उन्हें अपने हाथ में रखना होगा। इस बैग पर हाजी का नाम, कवर नम्बर, पासपोर्ट नम्बर और अन्य विवरण एक कवर के साथ लगाये जाते हैं। इस बैग में पासपोर्ट, जरूरी कागजात और करेन्सी रखी जाती है। इस पर किसी पशु अथवा पक्षी की तस्वीर नहीं बनी होती है।
हज अधिकारी ने प्रदेश के हज यात्रियों से अपील की है कि वे ऐसी अफवाहों पर यकीन न करें और अपनी यात्रा के दौरान अपना सामान ले जाने के लिए कोई ऐसा हैण्डबैग व सूटकेस या कोई अन्य बैग न खरीदें जिसपर किसी जानवर या चिड़िया, खासकर मकरूह व हराम तस्वीर बनी हो।