लखनऊ: भारत के प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक, बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने वीमेन्स वर्ल्ड बैंकिंग (डब्ल्यूडब्ल्यूबी), जो एक वैश्विक गैर-लाभकारी संस्था है और कम आय वाली महिलाओं को दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा और समृद्धि के लिए वित्तीय साधनों तक पहुंच प्रदान करने के लिए समर्पित है, के साथ उत्तर प्रदेश के 25 जिलों और उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में ‘बड़ौदा जन धन प्लस’ कार्यक्रम के तीसरे और व्यापक चरण को शुरू करने के लिए साझेदारी की है. ‘बड़ौदा जन धन प्लस’ का तीसरा और सबसे बड़ा चरण वित्तीय साक्षरता शिविरों और व्यवसाय प्रतिनिधि अर्थात् बैंक प्रतिनिधि (बीसी) के माध्यम से बड़ी संख्या में बैंक ऑफ़ बड़ौदा के मौजूदा जन धन ग्राहकों को कवर करेगा ताकि पीएमजेडीवाई ओवरड्राफ्ट सुविधा और अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के माध्यम से बचत संबंधी लाभ का प्रसार किया जा सके और उन्हें औपचारिक ऋण सुविधा तक पहुंच प्रदान की जा सके. यह कार्यक्रम 2000 से अधिक व्यवसाय प्रतिनिधि (बीसी) और 1000 बीसी सखियों (महिला व्यवसाय प्रतिनिधि) को उन्हें अपने क्षेत्रों में महिला ग्राहकों की मदद करने के लिए सशक्त बनाने के लिए काम करेगा.
‘बड़ौदा जन धन प्लस’ प्रधान मंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के मजबूत बुनियादी ढांचे पर आधारित है जिसने जन धन बैंक खातों के साथ लगभग 25.11 करोड़ या 251.1 मिलियन महिलाओं को बैंकिंग परिवेश से जोड़ा है. इन महिला खाताधारकों को पूर्ण वित्तीय समावेशन के लाभों को प्राप्त करने के लिए बैंकों के साथ सार्थक रूप से जुड़ने के लिए एक मजबूत आधार की आवश्यकता है. ‘बड़ौदा जन धन प्लस’ महिला खाताधारकों को रुपये जमा करने के लिए प्रोत्साहित करने व व्यवस्थित तरीके से पैसे बचाने की प्रेरणा देगा। इसके तहत पांच महीने के लिए 500 मासिक जमाकर पीएमजेडीवाई में 10,000 रुपये तक की ओवरड्राफ्ट ऋण सुविधा मिल सकगेगी।
बैंक ऑफ़ बड़ौदा के कार्यपालक निदेशक, श्री विक्रमादित्य सिंह खिची ने कहा कि वीमेन्स वर्ल्ड बैंकिंग के सहयोग से तैयार किया गया ‘बड़ौदा जन धन प्लस’, वित्तीय समावेशन से आगे बढ़कर, न कि केवल एक बैंक खाता खोल कर बल्कि महिलाओं को पीएमजेडीवाई के व्यापक लाभ पहुंचाएगा बल्कि यह महिलाओं को वित्तीय रूप से सशक्त बनाने में मदद करेगा।
जनवरी 2020 से जनवरी 2022 के बीच ‘बड़ौदा जन धन प्लस’ की प्रारंभिक दो पायलट परियोजनाएं मुंबई, दिल्ली, चेन्नई और उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में बैंक ऑफ़ बड़ौदा की 170 शाखाओं में 650 से अधिक बीसी और 100 से अधिक बीसी सखियों द्वारा चलाई गई।
क्षेत्रीय प्रमुख, दक्षिण एशिया, वीमेनस वर्ल्ड बैंकिंग कल्पना अजयन, ने कहा, कि “महिलाएं समाज की सबसे सक्रिय और प्रतिबद्ध बचतकर्ता हैं और कई मामलों में अपने घर की बचत और वित्तीय आवश्यकताओं में मुख्य भूमिका निभाती हैं.