इंडियन बैंक एसोसिएशन (IBA) अब बैंक ऑफ महाराष्ट्र के गिरफ्तार आला अधिकारियों के समर्थन में खड़ा हो गया है. संगठन का कहना है कि इन अधिकारियों की गिरफ्तारी से पूरा बैंकिंग इंडस्ट्री दुखी है. IBA ने इस मामले को सरकार के सामने उठाते हुए समाधान की मांग की है.
दरअसल, आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अध्यक्ष और एमडी रवींद्र पी. मराठे को 3 हजार करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े में गिरफ्तार किया है. साथ ही बैंक के कार्यकारी निदेशक राजेंद्र के. गुप्ता, अहमदाबाद से जोनल मैनेजर नित्यानंद देशपांडे और जयपुर से पूर्व सीएमडी सुशील महनोत समेत कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. अब IBA इन अधिकारियों के समर्थन में खड़ा हो गया है.
IBA की बैठक में हुआ फैसला
IBA के मुख्य कार्यकारी जी वी कन्नन ने कहा, ‘समूचा बैंकिंग समुदाय बैंक ऑफ महाराष्ट्र (BoM) मैनेजमेंट के साथ है और आईबीए ने टॉप अथॉरिटी से संपर्क करने का फैसला किया है.’ बता दें कि बैंक ऑफ महाराष्ट्र का हेडक्वॉर्टर पुणे में है और ये भारत में पब्लिक सेक्टर के अहम बैंकों में शुमार है.
इससे पहले गिरफ्तार सभी आरोपियों पर भ्रष्टाचार निरोधक कानून के कई प्रावधानों और धोखाधड़ी, ठगी, आपराधिक साजिश और विश्वासघात की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुणे स्थित समूह के मालिक डीएस कुलकर्णी और उनकी पत्नी हेमंती को 4,000 निवेशकों से 1,150 करोड़ रुपये की ठगी करने और करीब 2,900 करोड़ रुपये के बैंक कर्ज के फर्जीवाड़े के आरोप में फरवरी में गिरफ्तार किया गया था.