लखनऊ: एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश के जनपद-बाराबंकी, लखनऊ, फर्रूखाबाद में सनसनीखेज डकैती व हत्या करने वाले बावरिया गिरोह के सदस्य व रूपया 50,000/- का इनामी अपराधी दयाराम बावरिया को गिरफ्तार करने मे उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरणः
दयाराम बावरिया पुत्र स्व0 पप्पू बावरिया नि0 बबनी खेड़ा, रेलवे क्रासिंग के पास जनपद पलवल, हरियाणा। हाल पता जैन मन्दिर के पास, आनन्द नगर, भरतपुर, राजस्थान।
गिरफ्तार अभियुक्त से बरामदगीः-
1- एक जोड़ी पायल चाँदी व एक जोड़ी बिछिया सम्बंधित मु0अ0सं0 83/18 धारा 396/412/34 थाना काकोरी, लखनऊ।
2- एक जोड़ी हाथफूल चाँदी व एक जोड़ी बिछिया सम्बंधित मु0अ0सं0 85/18 धारा 395/397/412/34 थाना काकोरी, लखनऊ।
3- एक तमंचा 315 बोर मय दो जीवित कारतूस 315 बोर
एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश द्वारा विगत दिनों लखनऊ, बाराबंकी व फर्रूखाबाद जनपदों में की गयी सनसनीखेज डकैती, हत्या की घटनाओं का अनावरण पूर्व में किया गया था। दिनांक 03-02-2018 को थाना कृष्णानगर क्षेत्र में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में बावरिया गैंग के 04 बदमाश राजेश उर्फ पेटला, मनोज उर्फ छोटू उर्फ राकेश, राजू उर्फ रमेश तथा महेन्द्र पकड़े गये थे तथा गैंग सरगना विनोद व उसके साथी कालिया, रामवीर तथा दयाराम भागने में कामयाब हो गये थे। पकड़े गये बदमाशों से की गयी पूछताछ में बाराबंकी, लखनऊ व फर्रूखाबाद की डकैती की घटनाओं में इस गैंग का सम्मिलित होना पाया गया। इन घटनाओं में गैंग सरगना विनोद को एस0टी0एफ0 द्वारा तथा दि0 07-02-2018 को गिरफ्तार किया गया था तथा उसके साथी कालिया व रामवीर तथा दयाराम
आदि वांछित चल रहे थे, जिनके विरूद्ध पुरस्कार घोषित किया गया था एवं एस0टी0एफ0 द्वारा अभिसूचना संकलन किया जा रहा था।
इस गैंग से सम्बंधित वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस महानिरीक्षक, एस0टी0एफ0 द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक सिंह को निर्देशित किया गया था। इस सम्बन्ध में श्री अभिषेक सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,
एस0टी0एफ0, उ0प्र0 द्वारा श्री पी0के0 मिश्र, पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश की मुख्यालय स्थित टीम को अभियान चलाकर अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था, जिसके अनुपालन में श्री अंजनी कुमार तिवारी के नेतृत्व में टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया।
उल्लेखनीय है कि अभिसूचना संकलन के दौरान एस0टी0एफ0 मुख्यालय को विश्वसनीय स्रोत के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि वांछित रूपया 50,000/- का इनामी दयाराम बावरिया का आवागमन जनपद रामपुर में है तथा अपने एक रिश्तेदार के यहाँ जनपद रामपुर में आने वाला है। इस सूचना पर एस0टी0एफ0 टीम द्वारा जनपद रामपुर पहुँच कर मुखबिरों को सक्रिय किया गया। इसी क्रम में दिनांक 25-05-2018 को प्रातः 09ः00 बजे मुखबिर की सूचना पर गडढ़ा कालोनी, रामपुर में किड्जी स्कूल तिराहे से उक्त वांछित रूपया 50,000/- का इनामी दयाराम बावरिया को गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से उपरोक्त लूटे गये जेवरात बरामद हुए तथा पूछने पर बताया कि घटना में प्रयुक्त किया गया तमंचा व कारतूस लखनऊ में छिपा कर रखा है, चल कर बरामद करा सकता हूँ। इस सूचना पर अभियुक्त को साथ लेकर जनपद लखनऊ के थाना चिनहट क्षेत्रान्तर्गत सतरिख रोड श्रद्धा बिहार कालोनी आकर एक खाली प्लाट से अभियुक्त द्वारा जमीन से खोद कर तमंचा व कारतूस निकाल कर दिया गया।
विस्तृत पूछताछ पर अभियुक्त दयाराम द्वारा बताया कि उसके गैंग द्वारा उत्तर प्रदेश के साथ ही साथ उत्तराखण्ड, हरियाणा, राजस्थान के कई शहरों में डकैती की घटनाओं को अंजाम दिया गया है तथा विभिन्न शहरो में अलग-अलग मुकदमें भी चल रहे हैं। इसने अपने गैंग के लोगों के साथ माह नवम्बर, दिसम्बर 2017 व जनवरी 2018 में बाराबंकी जनपद में फतेहपुर, सतरिख तथा कोतवाली क्षेत्र में कई गाँवों में तथा लखनऊ के चिनहट, काकोरी, मलिहाबाद तथा फर्रूखाबाद जनपद के मऊ दरवाजा व कायमगंज कस्बों में डकैती व हत्या की घटनायें किया जाना स्वीकार किया है। यह भी बताया कि जुग्गौर की डकैती के पश्चात कारतूस एवं असलहों की अधिक आवश्यकता के कारण माह जनवरी में अपने साथी रामवीर व मनोज उर्फ छोटू उर्फ राकेश के साथ वह मोटर साईकिल से असलाहा लेने के लिए कासगंज गया हुआ था, जहाँ पर रामवीर को 06 तमंचों व अपाचे मोटर साईकिल के साथ पुलिस ने पकड़ लिया था तथा वह व मनोज उर्फ छोटू उर्फ राकेश पुलिस से बच निकले थे। फरारी के दौरान वह हरियाणा व राजस्थान में छिपकर रह रहा था।
गिरफ्तार अभियुक्त दयाराम के विरूद्ध थाना चिनहट जनपद लखनऊ में मु0अ0सं0 397/2018 धार 3/25 शस्त्र अधिनियम के साथ थाना चिनहट, थाना काकोरी, थाना मलिहाबाद, थाना कोतवाली फतेहपुर, बाराबंकी व कोतवाली नगर बाराबंकी द्वारा डकैती की घटनाओं में आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।