नई दिल्ली: केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने नई दिल्ली के कस्तूरबा नगर में जीपीआरए के पुनर्विकास कार्यों का शिलान्यास किया। इस अवसर पर श्री पुरी ने सभी हितधारकों से अपील करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सभी पुनर्विकास कार्यों में हरित क्षेत्र को कोई क्षति न पहुंचे। यह पुनर्विकास कार्य सीपीडब्ल्यूडी कर रहा है। कार्यक्रम में आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव श्री दुर्गाशंकर मिश्रा, सीपीडब्ल्यूडी के महानिदेशक श्री प्रभाकर सिंह और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
श्री पुरी ने कहा कि सीपीडब्ल्यूडी सभी परियोजनाएं निर्धारित समय से पहले पूरा कर लेता है, इससे लागत में कमी आती है। उन्होंने कहा कि कस्तूरबा नगर परियोजना में खाली जगह 35 प्रतिशत से बढ़कर 83 प्रतिशत हो जाएगी। इसमें 33 प्रतिशत हरित क्षेत्र होगा।
आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव श्री दुर्गाशंकर मिश्रा ने कहा कि इस आवासीय परिसर में स्कूल, चिकित्सा केंद्र, शॉपिंग काम्प्लेक्स, सामुदायिक भवन जैसी सभी आधुनिक सुविधाएं मौजूद होंगी। भवन की छत पर सौर ऊर्जा इकाई लगाई जाएगी। इससे प्राप्त ऊर्जा का उपयोग आम क्षेत्रों के लिए किया जाएगा।
सीपीडब्ल्यूडी के महानिदेशक श्री प्रभाकर सिंह ने कहा कि विभाग का फोकस पर्यावरण अनुकूल विकास है। परियोजना के दौरान एक भी पेड़ को काटा नहीं जाएगा। 186 पेड़ों को परिसर के अन्य स्थान पर पुनर्रोपित किया जाएगा।
कस्तूरबा नगर आवासीय परिसर का क्षेत्रफल 52.8 एकड़ है। सीपीडब्ल्यूडी दो चरणों में 3585 आवासों का निर्माण करेगा, जिसकी कुल लागत 2428 करोड़ रुपये होगी। इसमें 30 वर्षों तक परिसर के रखरखाव के लिए 465 करोड़ रुपये का भी प्रावधान है।