लखनऊ : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा है कि विगत 09 वर्षों में हमारी सरकार ने एक परिवार व एक पीढ़ी के लिए सिर्फ योजनाएं नहीं बनायी हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के सुनहरे भविष्य के लिए कार्य किया है। आजादी के इतने वर्षों बाद लोकतंत्र का लाभ सही मायने में सही लोगों तक पहुंचा है। आज लाभार्थी वर्ग सच्चे सामाजिक न्याय व सच्चे सेक्युलरिज्म का उदाहरण बन गया है। गरीब का स्वाभिमान हमारी सरकार की गारण्टी है।
प्रधानमंत्री जी आज जनपद वाराणसी में 12,110 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास के अवसर पर आयोजित एक जनसभा में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। आयोजन में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज विकास परियोजनाओं का जमीन पर क्रियान्वयन हो रहा है। सरकार स्वयं विकास परियोजनाओं के लाभार्थियों से संवाद व मुलाकात करती है। सभी विभाग व अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं। सरकार योजना के अंतिम लाभार्थी तक पहुंच रही है। इससे कमीशनखोरी व घोटाले बंद हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि सावन के महीने की शुरुआत हो, बाबा विश्वनाथ और माँ गंगा का आशीर्वाद हो और बनारस के लोगों का साथ हो तो जीवन धन्य हो जाता है। काशी में रौनक बढ़ रही है। देश-दुनिया से हजारों शिव भक्त यहां हर रोज बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाने के लिए पहुंच रहे हैं। इस बार सावन की अवधि अधिक है। इसलिए भगवान विश्वनाथ के दर्शन के लिए रिकॉर्ड श्रद्धालुओं का आना तय है।
काशी वासियों ने जी-20 सम्मेलन का भव्य आयोजन किया, जिसकी दुनिया में प्रशंसा हो रही है। काशी विश्वनाथ परिसर को भी इतना भव्य बना दिया गया है कि यहां आने वाले हर श्रद्धालु व पर्यटक इसकी प्रशंसा कर रहे हैं। आज काशी सहित उत्तर प्रदेश को 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उपहार मिला है। हमने काशी की आत्मा को बनाए रखते हुए नूतन काया का जो संकल्प लिया है, यह उसका विस्तार है। इन विकास परियोजनाओं में रेल, रोड, शिक्षा, पेयजल, पर्यटन व घाटों के पुनर्विकास से जुड़े कार्य शामिल हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना द्वारा 04 करोड़ लोगों को उनके पक्के घर मिल चुके हैं, वहीं आज उत्तर प्रदेश के साढ़े चार लाख गरीब परिवारों के लिए पक्के घर स्वीकृत किए गए हैं। यह घर सुरक्षा, स्वाभिमान में वृद्धि के साथ गरीब लोगों के मन में एक नयी ऊर्जा भी प्रदान करते हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दिए गए घर ज्यादातर महिलाओं के नाम पर हैं, जो उनको आर्थिक सुरक्षा की गारण्टी भी प्रदान करते हैं।
आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत 05 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जा रहा है। इस योजना का लाभ कई पीढ़ियों तक परिलक्षित होगा। आज यहां से 01 करोड़ 60 लाख लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड बटना शुरू हो गया है। हमारी सरकार ने बैंक के दरवाजे सभी के लिए खोले हैं। अब तक लगभग 50 करोड़ जनधन बैंक खाते खोले जा चुके हैं। मुद्रा योजना के तहत 50 हजार से 10 लाख रुपये तक का ऋण बिना गारण्टी के प्रदान किया जाता है। उत्तर प्रदेश में करोड़ों लाभार्थियों ने इसका लाभ उठाकर अपना कार्य शुरू किया है।
रेहड़ी, पटरी व छोटे दुकानदारों के स्वावलम्बन को बढ़ावा देने के लिए पी0एम0 स्वनिधि योजना शुरू कर उन्हें सम्मान देने का कार्य किया गया है। 35 लाख से अधिक साथियों को मदद स्वीकृत की गयी है। आज वाराणसी में भी सवा लाख से अधिक लाभार्थियों को पी0एम0 स्वनिधि योजना के तहत लोन दिए गए हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज गरीब कल्याण के कार्य हों या इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट के कार्य, बजट की कोई कमी नहीं है। सरकार बदली, नीयत बदली तो परिणाम भी बदले हैं। वर्ष 2006 में ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में मालगाड़ियों के लिए शुरू की गयी विशेष पटरियों की योजना में 02 दशकों तक 01 कि0मी0 टै्रक भी नहीं बिछ पाया था। विगत 09 वर्षों में इसका एक बहुत बड़ा हिस्सा पूरा हो चुका है। इस पर माल गाड़ियां चलना शुरू हो चुकी हैं। आज पं0 दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन से सोन नगर तक रेलवे लाइन का लोकार्पण किया गया है। इससे पूर्वान्चल क्षेत्र में रोजगार बढ़ेगा।
कई दशकों पहले शुरू की गयी राजधानी एक्सप्रेस 16 रूट में व शताब्दी एक्सप्रेस सिर्फ 19 रूट में चल पायीं। वहीं इनसे इतर, महज 04 वर्षों में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 25 रूटों में गतिमान है। आज गोरखपुर से 02 नयी वंदे भारत ट्रेनों को हरी झण्डी दिखायी गयी है, जो गोरखपुर से लखनऊ व अहमदाबाद से जोधपुर चलेंगी। देश के मध्यम वर्ग में यह ट्रेन इतनी लोकप्रिय हो गयी है कि कोने-कोने से इसकी डिमाण्ट आ रही है। अब वह दिन दूर नहीं है, जब वंदे भारत ट्रेन देश के कोने-कोने को कनेक्ट करेगी।
विगत 09 वर्षों में काशी की कनेक्टिविटी के लिए अनेक कार्य किए गए हैं। जनपद वाराणसी में हो रहे विकास कार्य रोजगार के नये अवसर सृजित कर रहे हैं। विगत वर्ष काशी में 60 करोड़ से ज्यादा पर्यटक/श्रद्धालु आए थे। एक वर्ष में काशी आने वाले पर्यटक/श्रद्धालुओं में 12 गुना वृद्धि हुई है। इसका सीधा लाभ हर वर्ग के काशी वासियों को हुआ है।
इससे पूर्व, प्रधानमंत्री जी ने पी0एम0 स्वनिधि योजना के लाभार्थियों को चेक व प्रशस्ति पत्र तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक चाभी व आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड वितरित किए। प्रधानमंत्री जी ने मणिकर्णिका घाट एवं हरिश्चन्द्र घाट के पुनर्विकास कार्य के मॉडल का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पवित्र श्रावण मास में बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में प्रधानमंत्री जी का स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ने काशी को मेरी काशी के रूप में वैश्विक मान्यता देने का कार्य किया है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सभ्यता और संस्कृति का नया रूप आज काशी के साथ उत्तर प्रदेश व देश में देखने को मिल रहा है। भारत को दुनिया में एक नयी पहचान व नया सम्मान मिल रहा है। प्रधानमंत्री जी ने विकास और विरासत की जिस परम्परा की शुरुआत वर्ष 2014 में काशी से प्रारम्भ की थी, उन्होंने आज काशी में पुनः पधार कर उस परम्परा में एक नयी कड़ी को जोड़ने का कार्य किया है। आज प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से काशी के विकास के लिए 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने देश की 140 करोड़ जनता को उसका गौरव और सम्मान दिलाने का कार्य किया है। प्रधानमंत्री जी की आत्मा में काशीवासी विराजते हैं। उनके मन में हर समय काशी की विरासत, संस्कृति व समृद्धि के लिए एक नयी चिन्ता रहती है। आज यह चिन्ता व चिन्तन हम सभी को एक नयी पहचान के रूप में आगे बढ़ा रही है। श्री काशी विश्वनाथ धाम आज दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। काशी के मंदिर व घाटों का नया स्वरूप सभी के सामने है। काशी लगातार सज रही है। जी-20 के सम्मेलन को काशीवासियों ने सफलतापूर्वक आयोजित किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने विगत 09 वर्षों में नये भारत के रूप में देश को नयी पहचान दिलायी है। देश ने इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट के कार्य, वाह्य व आंतरिक सुरक्षा को सुदृढ़ करने के कार्य, गरीब कल्याण तथा विरासत व आस्था को सम्मान प्रदान करने जैसे अनेक कार्यों में सफलता की नयी कहानी गढ़ी है। अमृत काल के प्रथम वर्ष में देश प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में जी-20 समूह की अध्यक्षता कर रहा है। वर्ष 2022-23 में शंघाई सहयोग संगठन द्वारा काशी को सांस्कृतिक राजधानी के रूप में मान्यता प्रदान की गयी। काशी अपनी पुरातन काया के साथ-साथ नये कलेवर में आगे बढ़ रही है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में आज उत्तर प्रदेश के बारे में देश व दुनिया की धारणा बदली है। जिस आस्था के लिए भारत तरसता था, आज उसका मूर्त रूप काशी में श्री काशी विश्वनाथ धाम के रूप में हम सभी को देखने को मिल रहा है।
इस अवसर पर केन्द्रीय भारी उद्योग मंत्री श्री महेंद्र नाथ पाण्डेय, केन्द्रीय विधि और न्याय राज्य मंत्री प्रो0 एस0पी0 सिंह बघेल, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री द्वय श्री केशव प्रसाद मौर्य व श्री ब्रजेश पाठक, ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री श्री ए0के0 शर्मा, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री अनिल राजभर, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दयाश्ांकर मिश्र ‘दयालु’ सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।