नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में सरकार बनने को लेकर सहमति भले ही बन गई हो लेकिन राज्य पर राजनीति अभी भी कम नहीं हुई हैं। बीजेपी-पीडीपी के
गठबंधन वाली सरकार पर सहमति बनना शायद शिवसेना को रास नहीं आ रहा है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में महबूबा मुफ्ती से पूछा है कि क्या अब वे भारत माता की जय कहेंगी?
सामना में लिखा गया है कि संसद पर हमला करने वाले अफजल गुरु के बारे में महबूबा मुफ्ती की अब क्या राय है। क्योंकि अफजल गुरु को आतंकवादी मानने से महबूबा और उनका पीडीपी दल तैयार नहीं है। इन दिनों देश में राष्ट्रवाद को लेकर चर्चा जोरों पर है। क्या महबूबा मुफ्ती भारत माता की जय कहेंगी?
अफजल को लेकर रुख साफ करे पीडीपी
सामना में साफ शब्दों में लिखा गया है कि क्या आज भी महबूबा मुफ्ती के मन में ऐसे ख्याल हैं कि अफजल गुरु का शव तिहाड़ से खोदकर कश्मीर लाया जाए और किसी वीर योद्धा की तरह उसे दफन किया जाए? मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही यह भयंकर विचार झटक कर वह नए राष्ट्रवादी विचारों की बागडोर थामेंगी क्या?
शपथ ग्रहण से पहले बोलें ‘भारत माता की जय’
सामना में लिखा गया है कि ‘बीजेपी ने महबूबा के साथ नया खेल रचा है, लेकिन लाखों कश्मीरी पंडितों की जिंदगी का खेल आतंकवादियों ने तबाह कर रखा है यह खेल नई राज्य व्यवस्था को फिर से बसाना होगा, भारत माता की जय’ कहने वाले कश्मीरी पंडितों ने बलिदानी दी है उनके द्वारा बहाए गए खून के छिड़काव पर नई शासन व्यवस्था खड़ी हो रही है। इसलिए नई मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण से पहले ‘भारत माता की जय’ कहें, ऐसी उम्मीद देश को है तो इसके लिए बुरा लगने की कोई जरूरत नहीं।