नई दिल्ली: टोरंटो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (टीआईएफएफ) 2019 के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल का फिल्म उद्योग की प्रमुख हस्तियों और फिल्म महोत्सव सर्किट से जुड़े लोगों के साथ विचार-विमर्श जारी रहा। बर्लिन अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (बर्लिनाले) के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा के दौरान भारतीय दल के प्रतिनिधियों फिल्म महोत्सव निदेशालय के अतिरिक्त महानिदेशक श्री चैतन्य प्रसाद, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में उप सचिव सुश्री धनप्रीत कौर ने बर्लिनाले 2020 में भारत की उपस्थिति बढ़ाने की संभावनाओं एवं विकल्पों का पता लगाया।
बर्लिनाले में भारत की स्थिति
बर्लिनाले की विपणन एवं विज्ञापन प्रमुख सुश्री जाना वोल्फ के साथ पहले दौर की चर्चा की गई। बर्लिनाले के प्रतिनिधियों को फिल्म सेक्टर में नीतिगत बदलावों की जानकारी दी गई, जिसका उद्देश्य ‘भारत में शूटिंग को आसान बनाना’ है। इसके साथ ही एकल विंडो मंजूरी की रूपरेखा को भी बताया गया। सुश्री वोल्फ ने भारत की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उन संभावित विकल्पों का उल्लेख किया, यूरोपीय फिल्म बाजार जिनकी तलाश में है।
इसके बाद, भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने बर्लिनाले सेगमेंट में भारतीय फिल्मों की मौजूदगी बढ़ाने पर व्यापक चर्चा के लिए बर्लिन अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की कार्यकारी निदेशक सुश्री मेरियेट रिसेनबीक से मुलाकात की। सुश्री रिसेनबीक ने आश्वस्त किया कि बर्लिनाले की क्रिएटिव एंड आर्टिस्टिक विंग इस पर विचार करेगी।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने टीआईएफएफ में मुख्य हितधारकों से मुलाकात की
भारतीय पैवेलियन का दौरा करने वालों में टोरंटो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव यानी टीआईएफएफ की सह-प्रमुख एवं कार्यकारी निदेशक सुश्री जोएन विसेंटे शामिल थीं। उन्हें 50वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव यानी आईएफएफआई और प्रोग्रामिंग के क्षेत्रों से अवगत कराया गया। उन्हें आईएफएफआई की रूपरेखा – ब्रोशर और पोस्टर भेंट किए गए। उन्होंने आईएफएफआई 2019 के लिए आभार जताते हुए इसकी व्यापक सफलता की उम्मीद जताई।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने वैश्विक फिल्म बिरादरी के प्रमुख हितधारकों से भी मुलाकात की, इनमें टोरंटो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के निदेशक, बोर्ड एवं कार्यकारी संबंध श्री डेविड वेल्ला, हार्टलैंड फिल्म फेस्टीवल के अध्यक्ष श्री क्रेग प्राटेर, स्पेशल ट्रीट्स प्रोडक्शन के सीईओ श्री कोलिन बरोस, रेडिएंस फिल्म्स के सीईओ श्री मेंग शी और विजिट फिल्म्स के श्री तारेक शोकरी शामिल थे। इन सभी हितधारकों ने आईएफएफआई के स्वर्ण जयंती संस्करण में हिस्सा लेने की इच्छा जाहिर की। उन्होंने ‘भारत में शूटिंग को आसान बनाने’ के उद्देश्य से किए गए नीतिगत बदलाव और एक विंडो मंजूरी की शक्ल में फिल्म सुविधाओं को बढ़ाने की हाल की पहल की सराहना की।