नई दिल्ली: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते और श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने आज यहां स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी मूल्यांकन (एचटीए) पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन संयुक्त रूप से स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग (डीएचआर), आईसीएमआर, नेशनल इंस्टीट्यूट और हेल्थ एंड केयर एक्सेलेंस (नाइस) – इंग्लैंड और हेल्थ इंटरवेंशन एंड टेक्नोलॉजी असेस्मेंट प्रोग्राम (हाई टेप) – थाइलैंड ने किया है।
उद्घाटन अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी मूल्यांकन (एचटीए) सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने और सरकार द्वारा पंच वर्षीय योजना के तहत निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इसे सरकार की प्रतिबद्धता को पूरा करने में सहायता होगी और देशवासियों को सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के तहत लाने का उद्देश्य पूरा होगा। मंत्री महोदय ने कहा कि देश के विकास के लिए यह आवश्यक है कि बेहतरीन स्वास्थ्य प्रणाली बनायी जाए। श्री कुलस्ते ने कहा कि सरकार सभी नागरिकों को सस्ती दरों पर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए इंग्लैंड और थाइलैंड के अनुभवों से सीखना चाहती है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने कहा कि भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य कवरेज बहुत जरूरी है और एचटीए इसका हल निकालने में सक्षम है। सरकार इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं पर अधिक खर्च करने की आवश्यकता है ताकि देश के आम लोगों को सस्ती दरों पर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें क्योंकि उन्हें इस समय इलाज और दवाओं पर बहुत खर्च करना पड़ता है। सरकार के लिए यह गहरी चिंता का विषय है और उम्मीद की जाती है कि एचटीए से इस समस्या को हल कर लिया जाएगा।
स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग की सचिव डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि एचटीए को आगे बढ़ाने की आवश्यता है और इसे देश में रोगों की रोकथाम और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। एचटीए से सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज को सस्ता और प्रभावशाली बनाया जा सकेगा। डॉ. स्वामीनाथन ने कहा कि एचटीए से नीति बनाने में पारदर्शिता आयेगी और सुझाव प्रक्रिया को मजबूती मिलेगी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव श्री बी. पी. शर्मा ने कहा कि एचटीए से स्वास्थ्य योजनाएं बनाने में सहायता होगी। सचिव महोदय ने कहा कि पिछले दशक से लेकर अब तक एचटीए ने महत्वपूर्ण भूमिना निभाई है और इससे कई देशों में मृत्यु दर को कम करने में सहायता मिली है।
इस अवसर पर थाइलैंड के जनस्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य ब्यूरो के निदेशक डॉ. फूसित प्राकोंगसाई, आईडीएसआई के डॉ. एंथनी कुलियर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के डीजीएचएस डॉ. जगदीश प्रसाद, आईसीएमआर के वरिष्ठ महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार तथा स्वास्थ्य मंत्रालय के आला अधिकारी और विभिन्न प्रतिनिधिगण भी उपस्थित थे।