लखनऊ: अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान लखनऊ के अध्यक्ष भदंत शांति मित्र के निधन पर उ0प्र0 के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने गहरा शोक एवं संवेदना व्यक्त करते हुए उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। उल्लेखनीय है कि भदंत शांति मित्र का शनिवार को निधन हो गया था। उनके पार्थिव शरीर को वीआईपी रोड शांति उपवन स्थित बौद्ध विहार में रखा गया था।
श्री जयवीर सिंह ने शोक/श्रद्धांजलि सभा में शामिल होकर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए उनको नमन किया। उन्होंने कहा कि उनका सम्पूर्ण जीवन समाज सेवा के लिए समर्पित था। उन्होंने अंतिम सांस तक समाज और सबके कल्याण के लिए कार्य किया। एक बौद्ध मार्गदर्शक का चले जाना बौद्ध भिक्षुओं तथा उनके शुभचिंतकों के लिए अत्यन्त दुखदायी है।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि भदंत शांति मित्र जी बौद्ध धर्म के विद्वान होने के साथ-साथ एक कुशल वक्ता भी थे। उनके निधन से बौद्ध धर्म के अनुयायियों के साथ ही अन्य धर्म के लोगांें में शोक की लहर व्याप्त है। उनका कृतित्व एवं व्यक्तित्व आने वाली पीढियों को सदा प्रेरणा देता रहेगा। वह अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध संस्थान की विभिन्न गतिविधियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे। उन्होंने संस्थान को लोकप्रिय बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किया।
इस अवसर पर निदेशक बौद्ध शोध संस्थान डा0 राकेश सिंह के अलावा डा0 वीरेन्द्र कुमार एवं भारी संख्या में बौद्ध अनुयायियों के अलावा संस्थान के सदस्य भन्ते शीलरतन, भन्ते के0 सिरी0 सुमंथ थेरो, श्रीलंका, भन्ते देवानन्द जी, भन्ते अनिरूद्ध एवं भवगत शाक्य आदि उपस्थित थे।