भारत गौरव पर्यटक ट्रेन “श्री जगन्नाथ यात्रा” को आज दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन से इसके शुभ दौरे पर रेल और संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और पर्यटन, संस्कृति एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री जी किशन रेड्डी के साथ शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा झंडी दिखाकर रवाना किया गया। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ श्री अनिल कुमार लाहोटी, पर्यटन सचिव श्री अरविंद सिंह, विभिन्न मंत्रालयों और आईआरसीटीसी के वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे। रेल मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम आईआरसीटीसी लिमिटेड इस ट्रेन को चला रहा है।
भारत गौरव पर्यटक ट्रेन ने 528 पर्यटकों के साथ अपने विशेष भ्रमण श्री जगन्नाथ यात्रा की शुरूआत की, जो उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और उड़ीसा के कुछ बहुत ही प्रमुख तीर्थ और विरासत स्थलों की यात्रा कराती है।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री प्रधान ने कहा कि ट्रेन देश के आम नागरिकों को देश के भीतर विशेष रूप से तीर्थ स्थलों की यात्रा करने में सक्षम बनाने की प्रधानमंत्री की सोच को पूरा करती है। उन्होंने कहा कि यात्रियों के लिए आवास, भोजन और स्थानीय परिवहन सहित उच्च गुणवत्ता वाली सुविधाएं प्रदान की गई हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल न केवल लोगों को समृद्ध भारतीय सांस्कृतिक विरासत के बारे में जागरूक होने का अवसर प्रदान करेगी, बल्कि कई लोगों को रोजगार भी प्रदान करेगी।
तीर्थयात्रियों के सुरक्षित और सुखद यात्रा की कामना करते हुए, श्री वैष्णव ने कहा कि आठ ऐसे तीर्थ सर्किट पहले ही चालू हो चुके हैं, जिससे श्रद्धालुओं को भारतीय संस्कृति से परिचित होने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में बड़ी संख्या में पर्यटन स्थल हैं और माननीय प्रधानमंत्री लोगों तक आसान पहुंच, उपयुक्त सुविधाएं और उचित जानकारी उपलब्ध कराने के लिए मंत्रालय का मार्गदर्शन कर रहे हैं जिसके स्थलों का सही तरीके से उपयोग किया जा सके।
श्री रेड्डी ने कहा कि लाखों भारतीय धार्मिक स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं लेकिन सुविधा और सामर्थ्य की कमी के कारण ऐसा नहीं कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन दिवस और मतदाता दिवस के अवसर पर होने वाली आज की पहल विशेष रूप से देश के आम लोगों के बीच घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने में एक लंबा रास्ता तय करेगी। माननीय मंत्री ने कहा कि देश में घरेलू पर्यटन का तेजी से विस्तार हो रहा है।
ट्रेन 8 दिनों के दौरे पर अपनी यात्रा पर निकली है जिसमें पर्यटकों के द्वारा भारत के चार धामों में से एक यानी पुरी के जगन्नाथ मंदिर के दर्शन किए जाएंगे। वाराणसी, बैद्यनाथ धाम, कोणार्क और गया यात्रा के अन्य आकर्षण हैं।
8 दिवसीय भारत गौरव पर्यटक ट्रेन यात्रा का पहला पड़ाव प्राचीन पवित्र शहर वाराणसी में है, जहां पर्यटक गंगा घाट के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर और गलियारे का भ्रमण करेंगे। वाराणसी के बाद ट्रेन झारखंड के जसीडीह रेलवे स्टेशन पहुंचेगी और पर्यटक बैद्यनाथ धाम ज्योतिर्लिंग मंदिर के दर्शन करेंगे। आगे ट्रेन जसीडीह से पुरी के लिए रवाना होगी जहां होटलों में उनके लिए दो रात ठहरने की व्यवस्था की गई है। इस दौरान पुरी में पर्यटक जगन्नाथ मंदिर, गोल्डन पुरी समुद्र तट, कोणार्क में सूर्य मंदिर और भुवनेश्वर के मंदिरों की यात्रा करेंगे। पुरी के बाद गया आखिरी गंतव्य होगा जहां विष्णुपद मंदिर के दर्शन यात्रा में शामिल होंगे। ट्रेन 1 फरवरी 2023 को वापस दिल्ली लौटेगी।
अत्याधुनिक एसी डिब्बों वाली इस टूरिस्ट ट्रेन में यात्रा के दौरान गाजियाबाद, अलीगढ़, टूंडला, इटावा, कानपुर और लखनऊ स्टेशनों पर ट्रेन में चढ़ने/उतरने का विकल्प है।
भली भांति सुसज्जित आधुनिक पेंट्री कार से मेहमानों को ताजा पका हुआ शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा। ट्रेन में यात्रियों के मनोरंजन के साथ-साथ सार्वजनिक घोषणाओं के लिए इंफोटेनमेंट सिस्टम भी लगाया गया है। प्रत्येक कोच में स्वच्छ शौचालय से लेकर उन्नत सुरक्षा सुविधाओं के लिए सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा गार्ड भी प्रदान किए गए हैं।
भारत गौरव पर्यटक ट्रेन की शुरुआत घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की पहल “देखो अपना देश” के अनुरूप है। 17,655 रुपये प्रति व्यक्ति से शुरू होने किराए के साथ पर्यटक ट्रेन एक ऑल इनक्लूसिव टूर पैकेज है जिसमें थर्ड एसी में ट्रेन यात्रा, होटलों में रात का ठहराव, सभी भोजन (केवल शाकाहारी), बसों से आना जाना और दर्शनीय स्थलों का भ्रमण, यात्रा बीमा और गाइड की सेवाएं शामिल हैं। स्वास्थ्य से जुड़े सभी एहतियाती उपायों का ध्यान रखा जा रहा है।