हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की मौजूदगी में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने आज पंचकूला में बीमा चिकित्सा सेवा निदेशालय, ईएसआई योजना, हरियाणा के नए भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने पंचकूला, चंडीगढ़ से ही सोनीपत जिले के राई और बरही में 3 डॉक्टर डिस्पेंसरी का शिलान्यास किया। इस अवसर पर श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री श्री रामेश्वर तेली भी उपस्थित थे। पंचकूला में इस कार्यक्रम के दौरान श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर भी आयोजित किया गया था।
राई, सोनीपत में डिस्पेंसरी
बीमित व्यक्तियों और उनके लाभार्थियों की संख्या में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए और उनकी प्राथमिक चिकित्सा देखभाल की जरूरतों को पूरा करने के लिए तीन डॉक्टर ईएसआई डिस्पेंसरी का शिलान्यास किया गया है। राई (सोनीपत) में ईएसआई डिस्पेंसरी का निर्माण ईडी1, सेक्टर 38, फेज 2, इंडस्ट्रियल एस्टेट में किया जाएगा। यह 106440 लाभार्थियों को कवर करेगा।
बरही, सोनीपत में डिस्पेंसरी
बरही में ईएसआई डिस्पेंसरी प्लॉट ईडी-1, फेज 1, इंडस्ट्रियल एस्टेट में बनाई जानी है। यह बरही औद्योगिक क्षेत्र, गनौर और समालखा तक एनएच44 के आसपास के 32000 लाभार्थियों को कवर करेगा।
पंचकूला में निदेशालय बीमा चिकित्सा सेवा (डीआईएमएस) भवन
निदेशालय, ईएसआई योजना, हरियाणा के नए भवन का निर्माण सेक्टर 14, पंचकूला में कुल 8.38 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। निदेशालय का नया भवन हरियाणा में ईएसआई योजना के बेहतर प्रबंधन और श्रमिकों को आसानी से सेवाएं प्रदान करने में मदद करेगा।
हरियाणा में ईएसआईसी योजना
ईएसआई योजना हरियाणा क्षेत्र में 1953 में शुरू हुई थी। उस समय यह संयुक्त पंजाब राज्य का हिस्सा था और क्षेत्रीय कार्यालय चंडीगढ़ में था। शुरुआत में इसने करीब 20,000 कर्मचारियों और 100 नियोक्ताओं को शामिल किया। 1982 में जब पंजाब से अलग होकर हरियाणा बना, तब क्षेत्रीय कार्यालय चंडीगढ़ से फरीदाबाद स्थानांतरित कर दिया गया। फिलहाल, ईएसआई योजना को हरियाणा के सभी जिलों में पूरी तरह से लागू किया गया है। इसके तहत 98,946 नियोक्ताओं के साथ काम करने वाले करीब 23.19 लाख कर्मचारी शामिल हैं। राज्य में प्रभावी तरीके से प्रशासनिक देखरेख के लिए फरीदाबाद में क्षेत्रीय कार्यालय के अलावा गुरुग्राम और अंबाला में उप-क्षेत्रीय कार्यालय भी स्थापित किए गए हैं। 17 शाखा कार्यालयों और 2 डीसीबीओ (डिस्पेंसरी सह शाखा कार्यालयों) के जरिए ईएसआईसी लाभार्थियों को नकद और दूसरे लाभ प्रदान कर रहा है। इसके अलावा, हरियाणा राज्य में 4 ईएसआई योजना अस्पताल, 3 ईएसआईसी अस्पताल और 85 डिस्पेंसरी हैं जो बीमित व्यक्ति और उनके आश्रितों को स्वास्थ्य देखभाल प्रदान कराते हैं। यही नहीं, सुपर स्पेशलिटी उपचार प्रदान करने के लिए ईएसआई कॉरपोरेशन 56 टाई-अप अस्पतालों के साथ मिलकर काम कर रहा है और माध्यमिक उपचार देखभाल के लिए करीब 89,06,957 लाख लाभार्थियों को कवर किया जा रहा है।
श्रम ब्यूरो भवन, चंडीगढ़ में ईएसआई योजना के कामकाज पर श्री भूपेंद्र यादव ने नियोक्ताओं और श्रमिकों के प्रतिनिधियों के साथ त्रिपक्षीय बैठक की अध्यक्षता की। ईएसआई निगम के सदस्यों के साथ ही बैठक में जोनल मेडिकल कमिश्नर और क्षेत्रीय निदेशक भी शामिल हुए।
इससे इतर, केंद्रीय श्रम मंत्री की अध्यक्षता में ‘व्यावसायिक सुरक्षा और +स्वास्थ्य’ विषय पर एक बैठक आयोजित हुई, जिसमें निवारक उपायों और ईएसआईसी की भूमिका पर चर्चा की गई। बैठक में ईएसआईसी के महानिदेशक ने ‘ईएसआईसी में नई आईसीटी पहल’ के बारे में जानकारी दी। बीमित श्रमिकों और उनके आश्रितों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए उन्होंने ईएसआईसी द्वारा शुरू की गई नई तकनीक आधारित पहलों और आईसीटी में अपग्रेडेशन के बारे में जानकारी दी।