देहरादून: राठ विकास अभिकरण के लिए 3 करोड रूपए स्वीकृत किए गए हैं। बुधवार को बीजापुर हाउस में राठ विकास अभिकरण की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि अभिकरण के माध्यम से राठ क्षेत्र के लिए ऐसे कार्यक्रम लिए जांए जोकि क्षेत्रवासियों की आजीविका में सहायक हों।
उन्होंने क्षेत्र की सहकारी समितियों के माध्यम से मौनपालन, डेयरी के साथ ही बंजर पड़ी भूमि पर मंडुआ व चैलाय की सामूहिक खेती को प्राथमिकता दी जाए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि अंतिम कार्ययोजना बनाने से पहले राठ विकास अभिकरण से जुड़ी सहकारी समितियों के सदस्यों से भी व्यापक विचार विमर्श किया जाए। प्रारम्भ में मौनपालन को लिया जाए। प्रत्येक समिति को इसके लिए 50-50 बक्शे दिए जाएं। इसके लिए समुचित प्रशिक्षण की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। क्षेत्र की महिलाओं को खाली पड़ी भूमि पर मंडुआ व चैलाय की सामूहिक खेती के लिए प्रेरित किया जाए। महिला फेडरेशन बनाकर दुग्ध व्यवसाय को प्रोत्साहित किया जाए। इसमें राज्य सरकार 4 रूपए प्रति लीटर बोनस देगी। अभिकरण अपने स्तर से 2 रूपए प्रति लीटर का अतिरिक्त बोनस का प्राविधान करे। सीएम ने कहा कि इसमें ‘मेरा पेड़ मेरा धन’ योजना को भी समन्वित किया जाए। विशेषतौर पर चारा प्रजाति के वृक्ष लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। राठ विकास अभिकरण का कार्यालय पाबौ में प्रारम्भ किया जाए। इस अभिकरण का कार्यक्षेत्र केवल आर्थिक गतिविधियों तक ही सीमित रखा जाए।
बैठक में विधायक गणेश गोदियाल, सचिव विनोद फोनिया सहित अभिकरण की प्रबंध कार्यकारिणी के सदस्य व अधिकारी उपस्थित थे।